आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गुरुवार को एकबार फिर मोर्चा खोल दिया। उन्होंने मोदी से सवाल किया है कि,”क्या उन्हेंं खाली हाथ आंध्रा के दौरे पर आने में शर्म नहीं आई।” उन्होंने यह भी पूछा है कि पीएम किस मुंह से 5 करोड़ लोगों का सामना करेंगे। मोदी ने आंध्रप्रदेश रिकोगनेशन एक्ट-2014 का अबतक पूरा नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 01 मार्च शुक्रवार को विशाखापट्टनम दौरे पर जाने वाले हैं। सीएम ने मोदी को एक पत्र में लिखा कि आंध्रा पुनर्गठन अधिनियम 59 महीने पहले अस्तित्व में आया था जबकि मोदी ने 57 महीने पहले उच्च पद ग्रहण किया था।
उन्होंने कहा कि सरकार को लगभग पांच साल बीत गए, लेकिन आंध्र प्रदेश से किया गया कोई भी वादा आजतक पूरा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा,”मैंने व्यक्तिगत रूप से 29 बार नई दिल्ली का दौरा किया और सरकार से बात की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।”
आंध्रा को लोग सरकार से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। वहां के लोगों द्वारा किए गए ‘धर्मा पोरत्तम’ (केवल लड़ाई) में पूरे देश ने प्रतिक्रिया दी थी लेकिन भाजपा व पीएम ने एक शब्द नहीं कहा था।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने यह भी कहा कि,”5 करोड़ आंध्रा निवासियों की तरफ से उनका नेतृत्वकर्ता होने के नाते मैं आपको आपके दौरे से पहले यह बताना चाहता हूं कि यहां के लोग आपसे बेहद नाराज हैं। जनता आपसे सवाल करना चाहती है कि आपने जनता को क्यों ठगा? जनता की भावना के साथ खिलवाड़ क्यों किया।”
मीडिया में जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सीएम ने पत्र में आरक्षण, राज्य को स्पेशल दर्जा की मांग, पुलावरम प्रोजेक्ट के लिए आवंटन, विशाखापट्टनम में मेट्रो रेल आदि जैसी समस्याओं के बारे में लिखा है।
उन्होंने पीएम के दौरे के दौरान काले कपड़े व काले झंडे दिखाकर विरोध प्रकट करने की भी बात कही।