Sat. Nov 16th, 2024
    मेट्रो

    हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अहमदाबाद मेट्रो रेल के चरण 2 परियोजना को मंजूरी दी है जिसके अन्तरगत अहमदाबाद में दो और मेट्रो कोरिडोर बनाए जायेंगे।

    परियोजना की पूरी जानकारी :

    ahmedabad metro map

    अहमदाबाद मेट्रो के चरण 2 परियोजना के दो गलियारे कुल मिलाकर 28.254 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इसमें मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर तक 22.838 किलोमीटर लंबा कोरिडोर 1 और GNLU से GIFT सिटी तक 5.416 किमी लंबा कॉरिडोर 2 शामिल होगा। अहमदाबाद मेट्रो रेल के दुसरे चरण की परियोजना 5384.17 करोड़ रुपये की लागत से पूरी होगी। 

    अहमदाबाद और गांधीनगर की कनेक्टिविटी में होगा सुधार :

    अहमदाबाद मेट्रो का दूसरा चरण का निर्माण पूरा होने पर अहमदाबाद से गांधीनगर तक पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन फैसिलिटी मिलेगी। बतादें की गाँधी नगर और अहमदाबाद में बहुत तेज विकास हो रहा है जिसके चलते अत्यधिक निजी वाहन हो गए हैं। मेट्रो के चलने से ट्रैफिक भी कम होगा और साथ ही प्रदुषण में भी कमी होगी।

    इस प्रोजेक्ट में नवीनतम तकनीक के साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा की यात्रियों को आरामदायक और तेज़ यात्रा की सुविधा दी जा सके। मेट्रो की यह इकाई शहर के दुसरे परिवहन प्रणालियों से जुड़ेगी जिससे यात्रियों को तेज़ और सुविधापूर्ण यात्रा की सुविधा मिलेगी।

    पहले चरण का जल्द होगा उदघाटन :

    हालांकि इस मेट्रो परियोजना के दुसरे चरण के निर्माण की अनुमति दे दी गयी है लेकिन बतादें की अभी पहला चरण, जिसका निर्माण पूरा हो चूका है, अभी उसका उदघाटन नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार इसका उदघाटन नरेन्द्र मोदी द्वारा 4 मार्च 2019 को किया जाएगा।

    अहमदाबाद में मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की कुल लम्बाई 40.03 किमी है, जिसमें से 6.5 किमी भूमिगत है और शेष एलिवेटेड है। इस परियोजना के शुरू होने के बाद अहमदाबाद के चारों कोने दो कोरिडोर से मिल जायेंगे और इससे आसान यात्रा की सुविधा मिलेगी। इस कोरिडोर में कुल 32 मेट्रो स्टेशन होंगे। पहले चरण के दोनों गलियारों में से उत्तर-दक्षिण गलियारे की कुल कंबाई 18.87 किलोमीटर है और इसमें कुल 15 एलिवेटेड स्टेशन हैं। 

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *