भाजपा ने असम के पंचायत चुनाव में भाजपा 41 फीसदी सीटों पर जीत हासिल कर राज्य में अपनी मजबूत पकड़ की ओर इशारा कर दिया। कांग्रेस को 32 फीसदी सीटों पर जीत हासिल हुई।
राज्य में कुल 26,808 सीटों पर चुनाव में भाजपा ने 10,953 सीटों पर जीत हासिल की जबकि कांग्रेस ने 8,646 सीटों पर कब्जा किया। 2,927 सीटें निर्दलियों के हिस्से में गई। भाजपा की अगुआई वाली सरकार के गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ते हुए 1,853 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही जबकि अल्पसंख्यक प्रभुत्व वाले विपक्ष के अखिल भारतीय यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) 1,309 सीटें मिली।
26,808 सीटों में से 25,787 सीटों के परिणाम घोषित हो चुके हैं। कुल सीटों में से 20,990 सीट ग्राम पंचायत सदस्य, 2,192 ग्राम पंचायत अध्यक्ष, 2,186 आंचलिक पंचायत सदस्य और 419 जिला परिषद् की सीटें हैं।
भाजपा ने कुल 8,730 ग्राम पंचायत सदस्यों की सीटों पर कब्ज़ा किया जबकि कांग्रेस को 6,971 सीटें मिली। असम गण परिषद् को 1,580 सीटों पर जीत मिली जबकि एआइयूडीएफ को 1,018 सीटें हासिल हुई। 2 सीटें टीएमसी के खाते में गई जबकि 2,596 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते।
ग्राम पंचायत अध्यक्ष के 2,192 पदों में से भाजपा ने 991 सीटों पर कब्ज़ा जमाया जबकि कांग्रेस के खाते में759 सीटें आई। असम गण परिषद् को 137 सीटें मिली और एआइयूडीएफ को 130 सीटों से संतोष करना पड़ा।
आंचलिक पंचायत सदस्य के 2,186 सीटों में से भाजपा ने 1020 सीटों पर कब्जा जमाया जबकि कांग्रेस के हिस्से में 769 सीटें आई। एआइयूडीएफ को 136 और असम गण परिषद् को 117 सीटों पर जीत मिली।
जिला परिषद् की सीटों में से 212 सीटें भाजपा के हिस्से में गई जबकि 147 कांग्रेस के खाते में। असम गण परिषद् ने 19 सीटों पर कब्जा जमाया जबकि एआइयूडीएफ को 25 सीटें मिली। 16 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे।
असम में पंचायत चुनाव 2 चरणों में कराये गए थे। चुनावों में करीब 82 फीसदी वोटिंग हुई थी।