असम चायबगान में काम करने वाले लगभग 66 लोगों की जहरीली शराब का सेवन करने से मौत हो गई है। इससे कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में जहरीली शराब के कारण लोगों की जानें गई थी।
असम सरकार ने गोलाघाट व जोरहाल दो अलग क्षेत्रों में जांच करने के आदेश दिए है। पुलिस के अनुसार, “गुवहाटी जिले के 310 कि.मी. पूर्व में स्थित गोलाघाट में गुरुवार रात को जहरीली शराब का सेवन करने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।” इस मामले में फिलहाल दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
जोरहाट का जायजा लेने के बाद असम के स्वास्थ्य मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता हेमंता बिस्वा शर्मा ने बताया कि,”अस्पताल व आस-पास के मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों की मदद से समस्या पर नियंत्रण किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि,”हर 10 मिनट में हम मामले की रिपोर्ट पता कर रहे हैं।”
संभावित है कि मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाला आज जोरहाट के दौरे पर जाएंगे।
राहुल गांधी ने इस परिस्थिति पर खेद प्रकट किया है। फेसबुक पर उन्होंने लिखा है कि,”असम के गोलाघाट इलाके में हुई घटना से मैं बेहद दु:खी हूं। मृतकों के परिवार वालों के प्रति मेरे संवेदना है। मैं आशा करता हूं कि जो लोग इलाजरत्त हैं वे जल्दी ठीक हो जाएं।”
पुलिस को शराब एक 65 वर्षीया द्रौपदी व 30 वर्षीय बेटे संजू ओरान के घर से मिली। दोनों चाय बगान में काम करते थे और शराब पीने के कारण इनकी मृत्यु हो गई।
मुख्यमंत्री सोनेवाल ने प्रेस स्टेटमेंट में कहा कि,”सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक माह के भीतर ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी।”
जोरहाट मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में अबतक 20 लोगों की जान गई है, जिसमें 11 पुरुष व 9 महिलाए शामिल हैं।
साल 2011 में पं बगांल में एक ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें 172 लोगों की जान गई।