ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सॉफ्टवेयर कंपनियों में काम करने वाले कथित ‘जिहादियों’ के बारे में ट्वीट करने के लिए बुधवार को साइबराबाद के पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार पर तंज कसा। हैदराबाद के सांसद ने पुलिस अधिकारी से एक व्यक्ति द्वारा किए गए एक ट्वीट के अपने जवाब को स्पष्ट करने के लिए कहा, जिसमें टिप्पणी की गई थी कि हैदराबाद में अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए कई जिहादी काम करते हैं।
अमेरिकी संपत्तियों को तबाह करने की ईरान की धमकी का जिक्र करते हुए सुरेश कोचटिल ने यह जानना चाहा कि क्या हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा पुलिस ने इस तरह के लोगों की पृष्ठभूमि की जांच की है?
Yes sir… We have specialised wings for collection of advance intel and our teams are on the job 24X7. Thanks for alerting us. Please keep us updated if you find anything suspicious.
— Cyberabad Police (@cyberabadpolice) January 6, 2020
इस पर साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर ने कहा, “हां, सर। हमारे पास एडवांस खुफिया तंत्र है और हमारी टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं। हमें सचेत करने के लिए धन्यवाद। अगर आपको कुछ भी संदिग्ध लगता है तो कृपया हमें अपडेट रखें।”
@cpcybd sir whatever you do but no killings in name of "encounter" at 05am please, if possible arrest & as accepted 3rd degree will be given but pls no cartoos in stomach
CP saheb Terrorism has no religion, (remember NGodse) https://t.co/uEMhF7Or2v— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 8, 2020
सज्जनार के इस जवाब पर ओवैसी ने तंज कसते हुए पूछा, “कमिश्नर सर आप कहते हैं ‘यस सर’। कृपया बताएं कि सॉफ्टवेयर कंपनियों में ऐसे कितने जिहादी काम कर रहे हैं, इनकी संख्या बताएं। अगर आप नहीं बता सकते तो आप स्पष्ट कीजिए कि आप कहना क्या चाहते थे। क्या आप सांसद या केवल भक्त को जवाब देंगे?”
ओवैसी ने पुलिस प्रमुख से कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का भी जिक्र किया।
सांसद ओवैसी ने सज्जनार को मुठभेड़ के नाम पर हत्याओं का सहारा नहीं लेने की भी सलाह दी। उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए कहा, “कमिश्नर सर आप कुछ भी कीजिए, लेकिन सुबह पांच बजे मुठभेड़ के नाम पर कोई हत्या नहीं कीजिएगा। अगर संभव हो तो गिरफ्तार कीजिए और स्वीकार्य थर्ड डिग्री दीजिएगा, लेकिन पेट में गोली मत मारिएगा। आतंक का कोई धर्म नहीं होता है, नाथूराम गोडसे को याद कीजिए।”
हैदराबाद के पास शादनगर में छह दिसंबर को एक मुठभेड़ में पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के सभी चार आरोपियों को ढेर कर दिया था।