राजस्थान में राजनैतिक उठापठक जारी है और इसी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने घोषणा की है कि जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा। मीडिया से बातचीत में उन्होनें कहा कि पूरे कांग्रेस विधायक एकजुट हैं और जो कोर्ट में जो लोग गए हैं, जिन्होंने गलती की है, जो भटक गए हैं।
अशोक गहलोत ने कहा, “वो लोग कोर्ट में गए हैं सिर्फ एक पॉइंट है, स्पीकर साहब ने उनको जो नोटिस दिया है, वो नोटिस जो है सही दिया है या नहीं दिया है। उसका एंटी-डिफेक्शन बिल से कोई संबंध नहीं है, संबंध सिर्फ इतना है कि हमने एक मीटिंग की सीएम हाउस के अंदर, एक मीटिंग हमने की थी होटल के अंदर विधायकदल की, वो मीटिंग इसलिए की थी कि जो लोग चले गए थे वो वापस आ जाएं, वो आए नहीं थे। उसके लिए हमारे चीफ व्हिप ने एक पिटीशन दायर की स्पीकर के पास में कि इनकी मंशा अलग होने की है, उसके लिए सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले भी आए हुए हैं। जब मंशा मालूम पड़ जाए कि विधायक पार्टी से हटकर जाना चाहता है, वॉलेंटियरी जाना चाहता है उसके लिए स्पीकर नोटिस देकर, बातचीत करके उनके साथ, बयान लेकर फैसला कर सकता है। ये सिर्फ वो पॉइंट है जिसके ऊपर बहस चल रही है और स्टेट हाईकोर्ट में भी, डबल बैंच में भी और सुप्रीम कोर्ट के अंदर भी, ये सारे फैसले वो आ रहे हैं, एंटी-डिफेक्शन एक्ट से इसका कोई संबंध नहीं है और हमारे पास पूरी मेज्योरिटी भी है, हम एकजुट हैं, तभी यहां बैठे हुए हैं।”
परिजनों पर हो रही ईडी की कार्यवाही पर गहलोत ने कहा, “ईडी की कार्रवाई हो, इनकम टैक्स की हो, सीबीआई की हो, 6 साल से लगातार मैं खुद बोल रहा हूं, पूरा देश बोल रहा है कि जिस प्रकार से कार्रवाईयां शुरु हुई हैं मोदीजी के राज के अंदर, अमित शाह जी के इशारे पर, सीबीआई, ईडी सबको मालूम है किस रूप में काम कर रही हैं, तो ये कोई नई बात नहीं है। पहले जब छापे पड़ते थे तो छापे पड़ने के बाद पता चलता था कि अमुक के घर छापा पड़ गया है, अब ऐसी स्थिति है 3-4 दिन पहले ही खबर लग जाती है इशारों के अंदर कि छापे पड़ने वाले हैं और उसी रूप में छापे पड़ रहे हैं। इन छापों से न हम घबराने वाले हैं न हमारा मिशन जो है वो रुकने वाला है। हम बीजेपी की जो नीतियां हैं, उसके कार्यक्रम, उनके सिद्धांत इस देश को बर्बाद करने वाले हैं, फासिस्ट लोग हैं, लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। इसका मुकाबला करने का दमखम आज भी है तो कांग्रेस के अंदर है। इसमें कोई दो राय नहीं कि कांग्रेस 54 पर भी आ गई, 44 पर भी आ गई, पूरे मुल्क में कांग्रेस-कांग्रेसजन, हर घर में कांग्रेस की भावना बल्कि कहना चाहिए कि जो लोग समझदार हैं चाहे बीजेपी के हों चाहे किसी पार्टी के हों, वो भी जानते हैं कि कांग्रेस एक मजबूत दल के रूप में रहनी चाहिए।”