राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत नें आज राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण में एक जनसभा को संबोधित किया और आगामी चुनावों में कांग्रेस पार्टी के लिए समर्थन जुटाया।
यहाँ अशोक गहलोत नें भाषण में कहा, “इतनी बड़ी तादाद में आप लोग बैठे हुए हैं, आप सब से माफी चाहते थे कि लोगों को तकलीफ हो रही है खड़े हैं, मैं भी यह महसूस करता हूं पोकरण में जो पूरा रैला उमड़ पड़ा है पोकरण क्षेत्र का, जो उत्साह मैं देख रहा हूं उसके बाद में कहने को क्या बचता है, कहने की बजाय करने को बचता है, करने में कोई कमी नहीं रखेंगे यह मैं कहना चाहता हूं। अभी आचार संहिता है 23 मई का इंतजार है, आचार संहिता खत्म हुई नहीं और राजस्थान भर में, जोधपुर में, पोकरण में जो काम मांगेंगे, वो काम होगा यह मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं।”
पानी की समस्या पर उन्होनें कहा, “मुझे मालूम है कि चाहे पीने के पानी की समस्या हो हमारे वक्त में जो स्कीम बनी थी वह पूरी लागू नहीं हो पाई आधी अधूरी रह गई सरकार बदल गई थी वरना आज वह कष्ट नहीं होता, चारे के डिपो लघु सीमांत के कर दिए आज जरूरत इस बात की है मैं तो पहला इलेक्शन 5 बार मैं एमपी रहा जोधपुर से और चाहे पोकरण हो, जैसलमेर हो, बाप हो, फलोदी हो, लोहावट हो, शेरगढ़ हो राजस्थान भर में घूमता था उस वक्त में, मुझे याद है किस प्रकार का कष्ट होता है अकाल सूखे के अंदर। पहले लोग रोजगार मांगते थे, लिख कर देते थे मजदूरी के लिए सोनिया गांधी जी और मनमोहन सिंह जी ने आराम कर दिया नरेगा लाकर के अब अकाल पड़ो या नहीं पड़ो 100 दिन का रोजगार तो मिलेगा ही मिलेगा, इस प्रकार से जो फैसले किए हैं उसके कारण से मार कम हुई है पर आज अकाल सात आठ जिलों में पड़ा हुआ है, 1 अप्रैल से काम खुलने के नियम बने हुए हैं, आज चारे के डिपो हम खोलना चाहते थे पर खुले नहीं मुझे मालूम है।”
उन्होनें आगे कहा, “जिस प्रकार से पहले योजनाएं बनाते थे हम लोग मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना आपके आशीर्वाद से 20 साल पहले मुझे याद है चार अकाल पड़ गए थे उस वक्त में, हमने काम के बदले अनाज योजना, चारे के डिपो, गायों के डिपो गायों के कैंप खोले हम लोगों ने, पानी की व्यवस्था कैंपों में करें दवाइयों की व्यवस्था करें, घर घर गेहूं पहुंचा दिया घरों में गेहूं रखने की जगह नहीं रही वह काम भी हमने किया। वसुंधरा जी उस वक्त में कहती थी, वाजपेयी जी थे दिल्ली में प्रधानमंत्री, वसुंधरा जी कहती थी अशोक गहलोत मुख्यमंत्री दिल्ली की सड़कों पर गेहूं की भीख मांगता फिर रहा है, मैंने कहा वसुंधरा जी मुझे गर्व होगा मैं राजस्थान की जनता के पेट की भूख मिटाने के लिए गेहूं मांगू तो मुझे गर्व होगा और शानदार हमने काम के बदले अनाज योजना चालू करी। निजी कुआं, निजी मकान कुछ भी बनाओ गेहूं ले जाओ वसुंधरा जी ने कहा लोग भूख से मरेंगे इतना अकाल पड़ गया है, मैंने ऐसी शानदार व्यवस्था करी गांव गांव में गेहूं रखवा दिए है आप ऐसी जुबान मत निकालो मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए एक आदमी को भूखा नहीं सोने दूंगा यह मेरा आह्वान है, वह हमने करके दिखाया। इसलिए यह बातें छोड़ो जो आपने मांग करी है अभी 23 तारीख के बाद में तो हम लोग खुद देख लेंगे, केंद्र ने अभी लघु सीमांत की सीमा लगा दी पहले सीमा नहीं होती थी पहले गायों के कैंप भी खुलते थे, चारा सबको मिलता था तकलीफ आएगी उसको हम पूरा करेंगे कल ही मैंने मीटिंग करी जयपुर के अंदर।”
गहलोत नें आगे कहा, “आज तो आया हूं विशेष मकसद से आया हूं अभी मेरे पूर्व वक्ताओं ने कहा वैभव गहलोत के बारे में जो आप के लोकप्रिय उम्मीदवार है। हरीश चौधरी जी और सालेह मोहम्मद ने ठीक कहा, चंद्रेश जी ने की सोच समझ कर के सब की सलाह से और जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में जो माहौल बन गया था आम जनता के बीच में भी और विशेषकर कार्यकर्ताओं के बीच में भी उसके आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी ने फैसला किया वैभव गहलोत को आप के बीच में उम्मीदवार बनाने पर भेजने का। अब यह आपके ऊपर है आप उसको आशीर्वाद दें कोई उसको पोते के रूप में, कोई बेटे के रूप में, कोई भाई के रूप में और कोई भतीजे के रूप में यह आपके ऊपर है। इतना मैं कह सकता हूं कि आप आशीर्वाद दोगे आप निश्चित रहो जो काम मैंने जोधपुर में किए हैं 40 साल में कोई कमी नहीं रहेगी उन कामों को हरीश चौधरी जी है सालेह मोहम्मद जी है यह सब मिलकर के नई पीढ़ी के लोग है वैभव गहलोत मिलकर के कामों को आगे बढ़ाएंगे, आपके बीच में रहेंगे, आपके सुख दुख में हमेशा साथ खड़े मिलेंगे और विकास में कमी नहीं आने देंगे यह बात मैं आपको कहना चाहता हूं।”