कॉमनवेल्थ खेलो में लाजवाब प्रदर्शन करने वाली टेबल टेनिस खिलाडी मनिका बन्ना का नाम भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा है।
मेनिका बन्ना कॉमनवेल्थ खेलो में दो स्वर्ण के साथ कुल चार पदक जीत चुकी हैं उन्हें अर्जुन पुरस्कार में अपना दबदबा बनाये रखने के लिए 29 अप्रैल से स्वीडन में शुरू होने वाली विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन दिखाना होगा।
टीटीएफआई के अधिकारी पीटीआई ने बताया की अर्जुन पुरस्कार के लिए मेनिका का नाम भेज दिया गया है, दिल्ली की रहने वाली 22 साल की मनिका ने गोल्ड कोस्ट में विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान वाली तीन बार ओलंपिक पदक विजेता सिंगापूर की फेंग तियावेइ को दो बार हराया था। और वह इस टूर्नामेंट में चार वाली एकलौती भारतीय खिलाडी हैं।
मनिका बन्ना टीम स्पर्धा और महिला एकल में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा वे महिला युगल में मौमा दास के साथ रजत और जी. साथियान के साथ मिश्रित युगल में कांस्य पदक जीता था।
मनिका बन्ना ने राष्ट्रमंडल खेल 2018 में इतिहास रचते हुए महिला सिंगल्स के फाइनल में सिंगापूर की मियांग यू को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
इस होनहार खिलाडी का जन्म 15 जून 1995 को हुआ यह मनिका के पिता का नाम गिरीश बन्ना व माता सुषमा बन्ना है उनकी बड़ी बहन आँचल और बड़ा भाई साहिल दोनों टेबल टेनिस खेलते थे।
मनिका ने वर्ष 2011 में 16 वर्ष की आयु में विश्व नंबर 6 खिलाड़ी जापान की कासुमि इशिकावा को हराकर अपनी प्रतिभा का परियच दिया।
उन्होने वर्ष 2011 में चिली ओपन में अंडर-21 वर्ग में रजत पदक हासिल किया मनिका बन्ना वर्ष 2014 में हुए ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी।
2015 में कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस प्रतियोगिता में मनिका बन्ना ने अंकिता दास और मौमा दास के साथ महिलाओं की टीम स्पर्धा में रजत पदक, अंकिता दास के साथ महिलाओं का डबल्स और महिलाओं के सिंगल्स में कांस्य पदक जीता।