भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले पर देश बेहद क्रोधित है और भारत सरकार असभ्य देश को सबक सिखाने के लिए हर हथियार का इस्तेमाल करेगा, जो अपनी सरजमीं से आतंकी गतिविधियों को रोकने में असफल साबित हुआ है।
निर्णायक जीत जरुरी
शुक्रवार को इकोनॉमिक्स टाइम्स ग्लोबल समिट में उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान एक बाघ पर सवार है और बाघ अपने मालिक को भी नहीं बख्शता है। यह एक सप्ताह की जंग नहीं है, इसके लिए कई स्तरों पर कार्य पर कार्य करना जरुरी है। हमें एक तरीके से कार्य करना होगा कि इस निर्णायक जंग में हमारी जीत हो।”
पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तानी पीएम द्वारा सबूत की मांग पर विदेश मंत्री ने कहा कि “सरकार के प्रमुख कह रहे हैं, हमें ख़ुफ़िया विभाग के सबूत दीजिये। ख़ुफ़िया विभाग के सबूत की जरुरत तब होती है, जब वह एक अंधा अपराध हो। लेकिन वह आदमी आपके देश में बैठे हैं, जिसने इस अपराध को अंजाम दिया है। जब यहां कबूलनामा है..,जब व्यक्ति आपकी सरजमीं पर है और हमले की साजिश को कबूल कर रहा है और कह रहा है कि मैंने इस अपराध को किया है और जिम्मेदारी ले रहा है।”
पाक की कार्रवाई
हाल ही में भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया था और आयात शुल्क में 200 प्रतिशत की वृद्धि की है। साथ ही पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए भारत ने कई अन्य कदम उठाये हैं। पाकिस्तान को असभ्य राज्य कहते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि “हमें सबूत मुहैया करने की कोई जरुरत नहीं है जब आपकी सरजमीं से आतंकी समूह इसकी जिम्मेदारी के रहे हैं।”
विपक्षी राजनीतिकों द्वारा फर्जी ख़बरों को फैलाने की वित्त मंत्री ने आलोचना की है। संस्थानों पर मोदी सरकार के हमले के बाबत अरुण जेटली ने जजों की नियुक्ति में कई संवैधानिक नियम के तहत कई नामों का सन्दर्भ दिया।