उत्तर पूर्व भारत में बाढ़ के हालात कायम हैं। पडोसी असम समेत अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बाढ़ आने की वजह से जनजीवन व्यस्त हो चूका हैं। बाढ़ के कारन मरनेवालों की संख्या बड कर 4 हो चुकी हैं, और दो व्यक्ति लापता होने की खबर हैं।
राज्य की राजधानी ईटानगर के डिप्टी कमिश्नर प्रिंस धवन ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश की वजह से राज्य में कई जगहों पर भूस्खलन, बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।”
लोबी, चंद्रनगर जैसे इलाकों में 26 घर बाढ़ की वजह से पूरी तरह से टूट चुके है और साठ से ज्यादा घरों को भारी नुकसान हुआ हैं। असाम के लखीमपुर जिले के हरामुट्टी से एक व्यक्ति के शव को निकला जा चूका हैं। अरुणाचल में अब तक तीन लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी हैं और दो लापता हैं।”
“एनडीआरएफ की पांच और एसडीआरएफ की चार टीमों को सर्च ऑपरेशन और मदत के लिए बुलाया गया हैं।”
मोदीरिन्जो को अन्य गावों से जोडनेवाला रोड पूरी तरह से बाढ़ के कारन तबाह हो चूका हैं। कई कारें और बाइक्स भी बाढ़ में बह चुकी हैं।
डिप्टी कमिश्नर प्रिंस धवन ने बताया की ईटानगर के सभी स्कूलों में रिलीफ शेल्टर बनाए गए हैं। ईटानगर और पोमा के जल शुद्धिकरण प्रकल्पों को बाढ़ के कारन नुकसान होने की वजह से आम नागरिकों की पीने के पानी की परेशानी से झुजना पद रहा हैं।
स्थानिक नगर निगम के अनुसार, छोटे मरम्मत के काम दो दिनों में पुरे किए जाएँगे, लेकिन बड़े मरम्मत के कामों में ज्यादा दिन लग सकते हैं।