बॉलीवुड अभिनेता और सुपरस्टार सलमान खान के भाई अरबाज़ खान अपनी फ़िल्म ‘जैक & दिल’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। इस फ़िल्म में अरबाज़ एक ऐसे शादीशुदा आदमी के किरदार में हैं जिसको लगता है कि उसकी पत्नी उसको धोखा दे रही है और यह पता लगाने का काम वह एक निजी जासूस को देता है।
जूम टीवी से बातचीत के दौरान जब अरबाज़ से यह पूछा गया कि एक अच्छे रिश्ते को लेकर उनके क्या मायने हैं तो अरबाज़ ने हसते हुए कहा कि “मुझे नहीं पता।” मलाइका और अपने तलाक़ के बारे में बताते हुए अरबाज़ ने बताया कि उस रिश्ते में कुछ भी अच्छा नहीं था।
अपनी शादी और मलाइका को लेकर अपने संबंधो के बारे में अरबाज़ ने बताया कि उन्होंने 21 सालों तक कोशिश की है पर इस रिश्ते को बचाने में सफल नहीं हो पाए। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में हर तरह के इंसान है, कुछ लोगों को सब कुछ मिल जाने के बावजूद भी और ज्यादा पाने की चाहत रहती है और कुछ लोग, उनके पास जो है उसी में खुश रहते हैं।
अरबाज़ ने अपनी बातचीत में कहा कि उने यह सवाल पूछना गलत होगा लेकिन उन्हें नहीं पता कि उस रिश्ते में कुछ भी अच्छा था या नहीं। अरबाज़ ने कहा “मैं सच में नहीं जानता। लोग कुछ चीजों को बहुत समायोजन और समझौते से ऐसी बना देते हैं कि वह देखने में संपूर्ण लगती है फिर चाहे यह आपका करियर हो या रिश्तें।, चाहे यह आपका प्रेम सम्बन्ध हो या शादी।
हम यह विश्वास करना चाहते हैं कि सब कुछ ठीक है। शायद वह लोग उससे ज्यादा कुछ चाहते भी नहीं हैं। मनुष्य हमेशा कुछ ज्यादा पाने की इच्छा रखता है पर ऐसे भी लोग हैं जो अपनी पत्नी के बारे में यह कहते हैं कि इससे अच्छी औरत या पत्नी मुझे नहीं मिल सकती थी और मैं बहुत खुश हूँ, लेकिन सम्पूर्णता एक ऐसी चीज़ है जो कभी नहीं मिलती। यह कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसके बारे में आप कह सकते हैं कि मैंने इसे पा लिया है और यह हमेशा बनी रहेगी।
अरबाज़ ने कहा कि “सम्पूर्णता के लिए हमें रोज़ मेहनत करनी पड़ती है। और प्रेमसंबंधों पर भी यही बात लागू होती है। मैं यह बात पूछने के लिए सही आदमी नहीं हूँ। मैंने 21 सालों तक कोशिश की पर सफल नहीं हो पाया। पर ठीक है हर व्यक्ति इतनी देर कोशिश भी नहीं करता है।
जब अरबाज़ से यह कहा गया कि आप पहले ऐसे एक्टर हैं जो अपने तलाक़ के बारे में खुल कर बातें कर रहा है तो उन्होंने कहा कि “हमें चीजों को बहुत समझदारी के साथ तथा हल्के में लेना चाहिए। कभी बात बनती है और कभी किन्ही कारणों की वजह से नहीं बनती, किसी भी बात की गहराई में जाने की कोई जरूरत नहीं होती है। लेकिन सब कुछ ठीक ही है।