उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि जब भी अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, उसे ‘हम’ ही बनवायेंगे, कोई और नहीं बनवा सकता।
उन्होंने कहा “कुछ लोग राम जन्मभूमि के बारे में बोल रहे थे … वे कह रहे थे कि वे केवल उसी पार्टी को वोट देंगे जो राम मंदिर बनाएगी। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि जब भी ऐसा होगा तो हम ही यह कर सकते हैं। यह कोई और नहीं कर सकता।”
उन्होंने हिंदू संस्कृति को भारत की एकमात्र संस्कृति भी कहा और कहा, “भारत एक राष्ट्र है, और इसकी केवल एक संस्कृति है। भाषा, जाति, क्षेत्र, खाने की आदतें, बोलियां भिन्न हो सकती हैं … राजनीतिक दृष्टिकोण पर देश में भिन्नता हो सकती है, लेकिन देश की एक ही संस्कृति है, ‘हिंदू संस्कृति’। और, हम सभी को इस पर गर्व महसूस करना चाहिए।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए, यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, ” जो लोग राम और कृष्णा को मिथक मानते रहे हैं, उन लोगों द्वारा जनेऊ दिखा कर और गोत्र बताकर भरमाने का प्रयास किया जा रहा है।”
इस बहस की शुरुआत भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने की थी, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का गोत्र परिचय जानने की मांग की थी। पिछले महीने नेहरू-गांधी परिवार के पुराने रिकॉर्ड का दावा करने वाले एक पुजारी ने कहा कि राहुल गांधी एक “दत्तात्रेय” और एक कश्मीरी ब्राह्मण हैं। राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘हिंदुत्व की जानकारी’ पर भी सवाल उठाये थे।
अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले, राम मंदिर का मुद्दा रैलियों, भाषणों में एक सामान्य घटना है, जिसमें विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों और भाजपा के एक वर्ग ने मंदिर के निर्माण को तेजी से आगे बढ़ाने का आह्वान किया है।
कुछ संगठन मंदिर निर्माण के लिए संसद में क़ानून बनाने की मांग कर रहे हैं जबकि भाजपा के कई नेता कह रहे हैं कि मामला अभी कोर्ट में है इसलिए कोई कदम नहीं उठाया जा सकता।