उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपोत्सव समारोह के दौरान 22 लाख से अधिक दीये जलाकर नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। यह पिछले साल 17 लाख दीये जलाने के रिकॉर्ड को तोड़ता है।
दीपोत्सव समारोह को भव्य बनाने के लिए सरयू नदी के 51 घाटों को दीयों से सजाया गया था। दीये विभिन्न आकारों और पैटर्न में जलाए गए थे, जिसमें ओम प्रतीक, राम जन्मभूमि मंदिर और भारत का नक्शा शामिल था।
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी ड्रोन का उपयोग करके दीयों की संख्या गिनने के लिए कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने प्रमाणित किया कि अयोध्या ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है और एक ही समय में सबसे अधिक दीये जलाने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
दीपोत्सव समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या ने विश्व रिकॉर्ड बनाकर गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव समारोह अयोध्या की संस्कृति और धरोहर का प्रतीक है।
दीपोत्सव समारोह अयोध्या और पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। यह दिवाली, हिंदू प्रकाश पर्व का उत्सव है, और शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी उत्सव है। नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड शहर के बढ़ते महत्व और एक पर्यटन स्थल के रूप में इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है।
क्या है दीपोत्सव समारोह का महत्व?
दीपोत्सव समारोह अयोध्या की समृद्ध संस्कृति और धरोहर का प्रतीक है। यह दिवाली का उत्सव है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
दीपोत्सव समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते हैं। यह शहर के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि भी है।
क्या है नए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड का महत्व?
नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड अयोध्या के बढ़ते महत्व और एक पर्यटन स्थल के रूप में इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है। यह शहर की संस्कृति और धरोहर को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
नया विश्व रिकॉर्ड अयोध्या के लोगों के लिए भी गौरव की बात है। इससे शहर की पहचान बढ़ेगी और इसे वैश्विक पटल पर लाने में मदद मिलेगी।