नेपाल ने गुरूवार को ऐलान किया कि बिबाह पंचमी के शुभ अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया जायेगा। पीएम केपी ओली के वरिष्ठ सलाहकार बिष्णु रिमाल ने बताया कि 12 दिसंबर को आयोजित बिबाह पंचमी के पावन अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री को नेपाल यात्रा के लिए आमंत्रण भेजा जायेगा।
बिबाह पंचमी नेपाल में प्रत्येक वर्ष 12 दिसंबर को मनाया जाता है। बिबाह पंचमी में हिन्दू देवता श्रीराम और माता जानकी यानी सीता का विवाह संपन्न होता है। इस दिन भारत के आयोध्या से श्रीराम की बारात नेपाल के जनकपुर (माता सीता की जन्मभूमि) तक जाती है।
जाहिर है मोदी की इस नेपाल यात्रा से भारत नेपाल सम्बन्ध में आई कडवाहट दूर हो सकती है।
नेपाली मीडिया के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की यह पांचवी पर्वतीय यात्रा होगी। नरेंद्र मोदी आयोध्या (श्रीराम की जन्मभूमि) से श्रीराम की बरात लेकर नेपाल के जनकपुर (माता जानकी का जन्मस्थान) आएंगे।
नेपाली पीएम के सलाहकार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनकपुर आगमन के लिए बातचीत और तैयारियां चल रही है। अलबत्ता अभी भारतीय विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक नेपाल में अगस्त में हुई बिम्सटेक की चौथी बैठक में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने नरेंद्र मोदी के बिबाह पंचमी पर जनकपुर आगमन की बातचीत कर ली है।
साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री जनकपुर-जयानगर रेलवे मार्ग का भी उद्धघाटन करेंगे। पीएम मोदी और पीएम ओली संयुक्त रूप से रेलवे लाइन का शिलान्यास करेंगे जिसका निर्माण कार्य लगभग समाप्त हो चुका है ।
बीते मई में नरेंद्र मोदी ने जनकपुर में अयोध्या और जनकपुर के मध्य बस सेवा का उद्धघाटन किया था। साथ ही प्रान्त को 100 करोड़ की सहायता राशि दी थी।
जानकी मंदिर का निर्माण साल 1910 में माता सीता की स्मरण में किया गया था। यह मंदिर पूरा पत्थरों से निर्मित है। इसका मार्बल 100 मीटर ऊंचा है और 4860 वर्ग फ़ीट तक फैला है।