अभिनेता अमोल पालेकर को बार बार भाषण देने से रोका गया जब वे सरकार के फैसले के ऊपर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे। पालेकर एक प्रदर्शनी ‘इनसाइड द एम्प्टी बॉक्स’ में बोल रहे थे जी कलाकार प्रभाकर बरवे की याद में रखा गया था। ये समारोह शुक्रवार को सरकार द्वारा चलने वाली नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट (NGMA) में चल रहा था।
पालेकर ने कहा-“2017 में, हम कोलकाता और उत्तर पूर्व में NGMA की नयी शाखाएं खुलने से खुश थे। इस मुंबई स्थल के विस्तार की खबरें भी दिलकश थीं। हालाँकि 13 नवंबर 2018 को, एक और विनाशकारी निर्णय स्पष्ट रूप से लिया गया था।”
उनके ऐसा बोलने पर, क्यूरेटर जेसल थाकर ने उन्हें रोक दिया, जिन्होंने उन्हें प्रभाकर बरवे के बारे में बोलने के लिए कहा था क्योंकि यह समारोह उनके कामों के बारे में था। पालेकर ने फिर उनसे पूछा कि क्या वह उनसे बात नहीं करने के लिए कह रही हैं।
पालेकर ने कहा-“इस माहौल में बरवे ने क्या किया होता? मुझे यकीन है कि उन्होंने हमें वर्तमान में छिपे हुए दृश्य को दिखाया होता। क्षमा करें जेसल।”
This is so shocking, veteran actor Amol Palekar being disrupted, not allowed to speak. Veteran actor Palekar retorted: “Are you trying to stop me from speaking and applying censorship on my speech?” pic.twitter.com/m5IxmRr8In
— Mumbai Congress (@INCMumbai) February 9, 2019
पालेकर स्पष्ट रूप से संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे थे जिन्होंने कथित रूप से मुंबई और बेंगलुरु सेंटर की गैलरी से सलाहकार समितियाँ हटवा दी थी।
इन रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए, पालेकर ने कहा-“आप में से बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि यह पूर्वव्यापी स्थानीय कलाकारों की सलाहकार समिति द्वारा तय किया गया अंतिम शो होगा नाकी कुछ नौकरशाहों या सरकार के किसी एजेंट द्वारा जिनका एजेंडा या तो नैतिक पुलिसिंग है या एक वैचारिक झुकाव के साथ कुछ कलाओं का प्रसार।”
उन्होंने फिर आगे दर्शकों को हाल ही में लेखक नयनतारा सहगल के साथ हुए किस्से के बारे में याद दिलाया।
समारोह के दूसरे विडियो, एक महिला स्पीकर पालेकर की टिप्पणियों की निंदा करती नज़र आ रही है। वो कह रही हैं-“उन्होंने सारी चिंताएं तो व्यक्त की मगर इसके अलावा तुम्हे स्वीकार करना चाहिए कि ये नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट एक सरकारी गैलरी है।”
लोगों की प्रतिर्किया
https://twitter.com/akashbanerjee/status/1094431823134900226
What #AmolPalekar was not allowed to say.. The Wire: The Wire News India, Latest News,News from India, Politics, External Affairs, Science, Economics, Gender and Culture https://t.co/rRHnxzIJY3
— Swara Bhasker (@ReallySwara) February 10, 2019
Is India being redefined? Are institutional pillars of democracy trying to silent the dissent of people?#AmolPalekar#NGMAhttps://t.co/h54BAmWW5L
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) February 10, 2019
Thankyou #AmolPalekar for your courage. There cannot be space for censorship in a true democracy. https://t.co/U1LkTsOaUw
— Alankrita Shrivastava (@alankrita601) February 10, 2019
More than 162,000 views for this video and for his comments. Hardly anyone would have heard them otherwise. That’s why attempts at censorship rarely work in the present age. #AmolPalekar https://t.co/4dgXgx0ulb
— Vikram Chandra (@vikramchandra) February 10, 2019
Is it right to invite a highly regarded person #AmolPalekar at Barve’s exhibition at #NGMA and heckle and humiliate him because he is speaking his mind on the issues affecting NGMA? Isn’t criticism and healthy debates a part of democracy? The art world should speak up.
— Harsh Goenka (@hvgoenka) February 10, 2019
देश में अभिव्यक्ति की आजादी पर संकट मंडरा रहा है। देश में जो लोग मोदी सरकार की आलोचना करना चाहते हैं, उन्हें इससे रोक जा रहा है#AmolPalekar
https://t.co/X2atNbVqKM— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) February 10, 2019