अमेरिका की दिग्गज ऑनलाइन रीटेल व ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न के लिए फिलहाल बाज़ार का रुख सही नहीं चल रहा है। अमेज़न के भारत के बाज़ार के सहित वैश्विक बाज़ार में कुल नुकसान में 30 फीसदी इजाफा दर्ज़ किया गया है। ये आँकड़े वित्तीय वर्ष 2017-2018 के हैं।
इस वित्तीय वर्ष अमेज़न को कुल 6,287 करोड़ का घाटा हुआ है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में अमेज़न को 4,831 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इस तरह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष अमेज़न के घाटे में लगभग 30 फीसदी का इजाफा हुआ है।
गौरतलब है कि इस घाटे के साथ ही अमेज़न के राजस्व में गजब का इजाफा हुआ है। अमेज़न के राजस्व पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 54 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसी के साथ पिछले वित्तीय वर्ष 3,257 करोड़ रुपये से बढ़कर इस वित्तीय वर्ष 5,018 करोड़ रुपये पहुँच गया है।
इसी के साथ कंपनी के खर्चे में इजाफा दर्ज़ किया गया है। कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष अमेज़न का कुल व्यय 8,087 करोड़ रुपये था, जबकि इस वित्तीय वर्ष अमेज़न का कुल व्यव बढ़ कर 11,305 करोड़ रुपये पहुँच गया है।
इस बार अमेज़न ने अपने ग्राहकों और रिटेलरों के लिए भी खासा पैसा खर्च किया था। इसी के चलते अमेज़न के राजस्व और उसके व्यय में खासा अंतर पैदा हो गया था।
अमेज़न को उम्मीद है कि इस दिवाली उसकी बढ़ी हुई बिक्री से अमेज़न के राजस्व में ख़ासी बढ़ोतरी हो सकती है, जिसके चलते उसके घाटे में भी कमी आ सकती है।
हालाँकि अमेज़न को इस बार के त्योहारों में हुई कुल कमाई का सही आँकड़ा चौथी तिमाही के बाद ही पता चलेगा। अमेज़न ने बताया है कि इस दौरान अमेज़न ने नए ग्राहको में 60 प्रतिशत की बढ़त देखी गयी है, जबकि अमेज़न ने इस बार देश के 99 प्रतिशत हिस्से में अपनी डिलिवरी सुविधा जारी की है।