देश में ऑनलाइन पेमेंट के मामले में सबसे बड़ी कंपनी पेटीएम की ई-कॉमर्स इकाई पेटीएम मॉल को अमेज़न और फ्लिपकार्ट के साथ मुक़ाबले के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मार्च 2018 तक के आँकड़ों के अनुसार पेटीएम मॉल को 5 करोड़ रुपये प्रति दिन के हिसाब से घाटा हो रहा है। पेटीएम इस समय अपनी ई-कॉमर्स यूनिट पेटीएम मॉल को देश देश के ऑनलाइन बाज़ार में स्थापित करने में लगा हुआ है। ऐसे में भारत के बाज़ार में पेटीएम के सामने अमेरिकी दिग्गज़ अमेज़न व वालमार्ट सहायता प्राप्त फ्लिपकार्ट से सीधा मुक़ाबला करना पड़ रहा है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार पेटीएम की ई-कॉमर्स यूनिट पेटीएम मॉल ने मार्च 2018 तक पिछले 12 महीनों में करीब 2,581 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसके तहत पेटीएम मॉल ने 944 करोड़ रुपये विज्ञापन में, 757 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्चों में, 405 करोड़ रॉयल्टी फीस में और ग्राहकों की सेवा में 307 करोड़ रूपये खर्चे हैं।
इसी के साथ पेटीएम मॉल ने वित्तीय वर्ष 2017 के लिए अपनी कमाई 1,787 करोड़ व कुल घाटा 744 करोड़ रुपये दर्शाया है।
मालूम हो कि पेटीएम में जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक ने 60 करोड़ डॉलर का निवेश किया था, जिसके बाद पेटीएम की कुल कीमत 2 अरब डॉलर के ऊपर आँकी गयी थी।
पेटीएम में अलीबाबा के जैक मा का 46.09 प्रतिशत हिस्सा, सैफ पार्टनर्स का 18.67 प्रतिशत हिस्सा, सॉफ्टबैंक का 21.13 प्रतिशत हिस्सा व कंपनी के संस्थापक के पास 9.66 प्रतिशत हिस्सा है।
इसी साल पेटीएम मॉल ने त्योहारों की ‘महाकैशबैक सेल’ को मद्देनज़र रखते हुए अपने ग्राहकों को 501 करोड़ रुपये की कीमत का कैशबैक देने की घोषणा की थी।