अमेरिकी सेना ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित सैन्य समूह के खिलाफ हमले किए हैं। एक इराकी सैन्यअड्डे पर रॉकेट हमले के दो दिन बाद ये हमले किए गए जिसमें एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई थी। पेंटागन ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन्स ने रविवार को यहां कहा कि सुरक्षा बलों ने इराक में कटैब हिज्बुल्लाह (केएच) के तीन ठिकानों और सीरिया में दो पर हमला किया।
मीडिया रिपोटरें के अनुसार, इराक में हुए हमलों में कम से कम 25 मिलिशिया लड़ाके मारे गए और 55 अन्य घायल हो गए।
हॉफमैन्स ने कहा कि सैन्य हमला शुक्रवार को किरकुक के पास पर सैन्यअड्डे पर केएच द्वारा किए रॉकेट हमले के जवाब में किया गया, जिसमें ठेकेदार की मौत हो गई और चार अमेरिकी सेवा सदस्य और इराकी सुरक्षा बल (आईएसएफ) के दो सदस्य घायल हो गए थे।
हमले को सफल करार देते हुए, अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने रविवार को यहां मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस बारे में सूचित किया गया कि आगे की सैन्य कार्रवाई की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “हमने उनके साथ अन्य विकल्पों पर चर्चा की, जो उपलब्ध हैं।”
एस्पर ने कहा, “मैं यह भी नोट करूंगा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई करेंगे कि हम अपनी आत्मरक्षा में काम करे और हम मिलिशिया समूहों या ईरान के और बुरे व्यवहार को रोकें।”
आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में इराकी बलों की मदद करने खासकर प्रशिक्षण देने और सलाह देने के लिए इराक में 5,000 से अधिक अमेरिकी सैनिकों को तैनात किया गया है।
यह सेना अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन का हिस्सा है जो इराक और सीरिया दोनों में आईएस के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा है।