चीन के आला अधिकारी वांग यी ने गुरूवार को अमेरिका के राज्य सचिव से आसियान की बैंकाक 2019 सम्मेलन के इतर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि “यह अमेरिका और चीन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है कि आमने-सामने मुलाकात हो और अन्य मसलो के उभरने की परवाह किये बगैर मजीद सहयोग करना चाहिए।”
अमेरिका और चीन की व्यापार वार्ता
रायटर्स के मुताबिक, वांग ने कहा कि “उन्होंने और अमेरिकी राज्य सचिव ने द्विपक्षीय संबंधो के प्रचार करने के तरीको पर चर्चा की थी। साथ ही पोम्पियो ने स्पष्ट किया कि वांशिगटन का मकसद चीनी विकास को अमेरिका के एक राष्ट्र, दो प्रणाली नीति से जोड़ना नहीं था।”
वांग ने कहा कि “चीन की सरकार उत्तर कोरिया के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत बहाल करने के लिए अमेरिका की इच्छा का स्वगात करते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के समकक्षी किम जोंग उन के बीच वार्ता को दोबारा शुरू करने के लिए अनुकूल माहौल को बनाने में सहायता करने के लिए इच्छुक है।”
अमेरिका और चीन के आला व्यापार अधिकारीयों ने बुधवार को शांघाई में मुलाकात की थी और इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विवादस्पद और वार्ता की अनिच्छा को नजरअंदाज किया गया था। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रोबर्ट लिघतिज़ेर और ट्रेज़री सेक्रेअट्री स्टीवन म्युनीच मंगलवार को चीनी कारोबारी हब में पंहुचे थे।
ट्रम्प ने चीन पर वार्ता प्रक्रिया को धीमी करने का आरोप लगाया था और आगाह किया कि इस सब से चीन को बेहद खेदजनक परिणाम मिल सकते हैं। जी-20 की बैठक के बाद यह पहली व्यापार मुलाकात थी और मई में दोनों आर्थिक महाशक्तियों के बीच वार्ता खत्म हो गयी थी।
चीन ने 60 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था जो 1 जून से प्रभावी होने थे। अमेरिका ने चीन के 200 अरब डॉलर के उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क बढ़ाने के निर्णय लिया था और बीजिंग ने इसका प्रतिकार किया है।