अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस और चीन के जासूस अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बातों को सुनते हैं। राष्ट्रपति की निजी फ़ोन से हुई हर बात पर चीन के जासूसों की नज़रे बनी हुई हैं।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रशासनिक नीतियों को प्रभावित करने के लिए उनकी बातों को सुना जाता है।
डोनाल्ड ट्रम्प नें हालाँकि इस बात को सिरे से खारिज कर दिए है। डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ट्वीट करके बताया कि यह रिपोर्ट बिलकुल गलत है और यह फेक न्यूज है।
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1055458320390217728
ट्रम्प नें अपने ट्वीट में लिखा कि वे बहुत कम अपना निजी मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं और जब भी करते हैं तो यह सरकारी काम के लिए ही करते हैं।
ट्रम्प नें अपने ट्वीट में सीधा निशाना न्यूयॉर्क टाइम्स पर साधा और कहा कि यह उनके खिलाफ एक और फेक न्यूज है।
न्यूयॉर्क टाइम्स नें अपने लेख में लिखा था कि ट्रम्प के सलाहकारों नें उन्हें कई बार आगाह किया है कि रूस के जासूस उनकी निजी कॉल को ट्रैक कर लगातार उनकी बातें सुनते हैं।
राष्ट्रपति को कॉल के लिए वाइट हाउस की सुरक्षित लैंडलाइन का उपयोग करने के लिए बता दिया गया है। हालांकि उन्होंने अपने आईफ़ोन देने से इनकार कर दिया है। वाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि बस उम्मीद कर सकते हैं कि बातों के दौरान कोई महत्वपूर्ण सूचना लीक न हुई हो।
डोनाल्ड ट्रम्प के आईफोन के इस्तेमाल से वाइट हाउस की ख़ुफ़िया जानकारी और संवेदनशील सुरक्षा जानकारी के चीन और रूस तक पहुंचने का खतरा है। अधिकारियों ने कहा कि वह डोनाल्ड ट्रम्प को कमजोर करने लिए ये सब नहीं कर रहे हैं। लेकिन राष्ट्रपति का इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा के प्रति हीलहवाली रवैया मुसीबत बन सकता है।
अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी ने बताया कि रूस और चीन विदेश मंत्रालय के भीतर की मानव सूत्र के माध्यम से राष्ट्रपति ट्रम्प के फ़ोन की जासूसी कर रहे हैं। साथ ही विदेश अधिकारियों के मध्य हुई बातचीत को भी प्रभावित कर रहे हैं।
अमेरिका और चीन के मध्य व्यापार युद्ध को बनाये रखने के लिए चीन राष्ट्रपति ट्रम्प से मिली जानकारी का इस्तेमाल कर रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प जिन अधिकारियों से लगतार बातचीत करते हैं, चीन के समक्ष उनकी फेरहिस्त मौजूद है। चीन इसका इस्तेमाल कर राष्ट्रपति को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
पूर्व अधिकारी ने बताया कि चीन के माफिक रूस ऐसे कृत्य में संलिप्त नहीं हो सकता क्योंकी व्लामिदिर पुतिन का थोड़ा बहुत लगाव डोनाल्ड ट्रम्प से दिखता है।
अधिकारिक सूचना के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति के दो आईफोन को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने अलर्ट में रख दिया है और तीसरा उनका एक निजी फ़ोन है।