अमेरिका के साल 2020 में आयोजित राष्ट्रपति चुनाव में शरीक होने वाली अमेरिकी हिन्दू तुलसी गब्बार्ड पर विरोधियों ने हिन्दू राष्ट्रवादी होने का आरोप लगाया था। इस आलोचना पर पलटवार करते हुए तुलसी गब्बार्ड ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अमेरिकी हिन्दू हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के साथ मेरी मुलाकात की एक तस्वीर को मेरी हिन्दू राष्ट्रवादी छवि प्रदर्शित के लिए सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया है, जबकि गैर हिन्दुओं से नरेन्द्र मोदी की मुलाकात पर कोई आलोचना नहीं की गयी है, यह विरोधियों के दोहरे चरित्र का प्रदर्शन करता हैं।
सनद हो कि डेमोक्रेटिव सांसद तुलसी गब्बार्ड ने आगामी राष्ट्रपति चुनावों में भाग लेने का निर्णय लिया है। डेमोक्रेटिव सांसद ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के साथ मेरी मुलाकात को सबूत के तौर पर पेश किया गया है और मेरी राष्ट्रभक्ति पर प्रश्न उठाया, जबकि राष्ट्रपति बराक ओबामा, हिलेरी क्लिंटन, डोनाल्ड ट्रम्प व कांग्रेस के अन्य साथ प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि गैर हिन्दुओं पर बख्श देने और देश के प्रति में वफादारी पर सवाल उठाना, आलोचकों के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिन्दू सांसद तुलसी गब्बार्ड ने रविवार को उनके और उनके समर्थकों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान का मकसद अमेरिकी हिन्दुओं का ध्रुवीकरण, परेशान करना और उन्हें निशाना बनाना है।
उन्होंने अपने लिखे एक लेख में कहा कि “क्या कल को मुस्लिम या यहूदी खुद को अमेरिकी कहेंगे? मेरी देश के प्रति वफादारी पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करना और अन्य गैर हिन्दू सांसदों को बख्श देना, दोहरी मानसिकता को दिखाता है और यह धार्मिक भेदभाव है। मैं हिन्दू हूँ और दुसरे नहीं हैं।”
हवाई से चार बार डेमोक्रेटिव पार्टी की सांसद रही तुलसी गब्बार्ड ने कहा कि “कांग्रेस से पहली अमेरिकी हिन्दू चुने जाने और अब राष्ट्रपति पद की पहली हिन्दू दावेदार होने पर मुझे फक्र है।”