न्यूयॉर्क, 10 मई (आईएएनएस)| भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री आजादी की रक्षा के लिए भारत और अमेरिका के हित में नौसेना संपर्क में तेजी लाने के बाद, अमेरिकी नौसेना प्रमुख अगले सप्ताह भारत का दौरा करेंगे।
अमेरिकी नौसेना ने गुरुवार को ऐलान किया कि 12 से 14 मई तक निर्धारित यात्रा के दौरान एडमिरल जॉन रिचर्डसन भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और अन्य वरिष्ठ नौसेना, सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों से मिलेंगे।
भारत और अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र को व्यापार और सुरक्षा के लिए खुला रखने को लेकर महत्वपूर्ण हित साझा करते हैं, जबकि चीन महासागरों में अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है।
रिचर्डसन ने अमेरिकी नौसेना के बयान में कहा है, “सामरिक वातावरण अधिक जटिल होता जा रहा है और हमारी साझा चुनौतियों की प्रकृति के संदर्भ में समुद्री क्षेत्र पर और कैसे हमारी दोनों नौसेनाएं हमारे संबंधित उद्देश्यों के साथ समान स्तर पर काम कर सकती हैं, इस बारे में हमारे विचार को लेकर लगातार चर्चा की आवश्यकता है।”
बयान में आगे कहा गया है कि इस दौरे का उद्देश्य सूचना साझा करने और आदान-प्रदान के महत्व पर जोर देते हुए दोनों नौसेनाओं के बीच सामरिक साझेदारी को आगे बढ़ाना है।
अमेरिकी नौसेना के मुताबिक, युद्धपोत आईएनएस कोलकाता और टैंकर आईएनएस शक्ति ने बुधवार को दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, जापान और फिलीपींस के साथ एक सप्ताह के युद्धाभ्यास को संपन्न किया।
फिलीपींस और जापान दोनों क्षेत्र में चीन के साथ विवादों में शामिल हैं।
भारत ने हालिया हफ्तों में अलग से जापान और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास किया।
भारत और अमेरिका ने 15 अप्रैल को हिंद महासागर में संयुक्त रूप से सबमरीन-हंटिंग एक्सरसाइज किया था।