ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “अमेरिकी नीतियाँ मध्य पूर्व क्षेत्र में दिक्कतों को उत्पन्न करेगी। जो अभी क्षेत्र में हो रहा है इसका कारण अमेरिकी त्रुटिपूर्ण नीतियाँ और साजिशो का परिणाम है।” तुर्की के लिए तेहरान से रूहानी रविवार को निकल रहे थे।
अमेरिकी नीतियाँ त्रुटिपूर्ण
उन्होंने कहा कि “हमने समय और दोबारा का ऐलान किया है कि क्षेत्रीय देशो के द्वारा जरिये क्षेत्रीय मसलो का समाधान होना चाहिए। क्षेत्र में वास्तविक सुरक्षा की स्थापना के लिए अमेरिका और इजराइल को भड़काऊ दखलंदाजी को खत्म करना होगा। हम निरंतर असुरक्षा के गवाह होंगे।”
तुर्की की यात्रा में रूहानी सीरिया पर रुसी और तुर्की के समकक्षियो के साथ त्रिकोणीय बैठक में शामिल होंगे। साथ ही सीरिया के मौजूदा हालातो और अंतरराष्ट्रीय मामलो के उनके सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
सऊदी की तेल कंपनियों पर ड्रोन हमले की जिम्मेदारी यमन विद्रोहियों ने ली है। यमन के हौथी विद्रोहियों ने सऊदी अरब के सबसे बड़े तेल उत्पादन स्थलों पर हमला किया है। यूरोपीय ताकते परमाणु संधि को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं और स्थिति में तनाव को कम कर रहा हैं।
ईरान के विदेश मन्त्री जावेद जरीफ ने रविवार को अमेरिका की निंदा की क्योंकि वह सऊदी के तेल उत्पादक सेक्टर में हमले के लिए तेहरान को कसूरवार ठहरा रहा है। विदेश मन्त्री ने अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो के बयान को ख़ारिज कर दिया था। पोम्पियो ने सऊदी पर हुए ड्रोन हमले के पीछे ईरान का हाथ होने का आरोप लगाया था।