रूस की सुरक्षा परिषद् के सचिव निकोलाई पतृसेव ने कहा कि “रूस के पास सनीय ख़ुफ़िया सबूत है, जो दिखाते हैं कि अमेरिका के हवाई क्षेत्र में था जब उसे मार गिराया था।” ईरान की सतह से हवाई मिसाइल ने अमेरिकी ड्रोन को तबाह कर दिया था।
येरुशलम में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए पतृसेव ने कहा कि “अमेरिका द्वारा पेश किये गए सबूत कि ओमान की खाड़ी में जहाजों में हमले के पीछे ईरान है, यह बेकार गुणवत्ता और गैर पेशेवर है।” ईरान ने अमेरिकी सेना के ड्रोन को मार गिराया था।
रूस ने कहा कि “वह ईरान के क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन जासूसी अभियान कर रहा था। वांशिगटन ने कहा कि एयरक्राफ्ट मार गिराए जाने के दौरान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र पर था और एक भड़काऊ कदम है।” अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते हफ्ते कहा कि “उन्होंने ईरान पर प्रतिकारी हमले को 10 मिनट पहले ही रोक दिया था क्योंकि इसमें 150 लोगो के मरने की सम्भावना थी।”
उन्होंने कहा कि “वह तेहरान के साथ वार्ता के लिए तैयार है।” तेहरान ने कहा कि ड्रोन को उनके क्षेत्र के ऊपर मार गिराया था। ट्रम्प का हमले का बनाया गए प्लान को रद्द करना ईरान के साथ हफ्तों के तनाव का कूटनीतिक समाधान का सुझाव दिया था।
एनबीसी को दिए इंटरव्यू में ट्रम्प ने कहा कि “मैं जंग की तरफ नहीं देख रहा हूँ, अगर होती है तो ऐसा विनाश होगा जैसे पहले कभी नहीं हुआ होगा। लेकिन मैं ऐसा करने की तरफ नहीं देख रहा हूँ।”
सुबह की शुरुआत में किये ट्वीट के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि वह हमला को करने के लिए काफी जल्दबाज़ी में थे और अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधो से ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को खत्म करना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को खमेनेई के खिलाफ प्रतिबंधों के कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षार कर दिए थे। इसमें आठ रेवोलूशनरी गार्ड कमांडर्स भी है।
उन्होंने कहा कि “ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई और ईरानी कूटनीति के कमांडर विदेश मंत्री जावेद जरीफ पर बेजा प्रतिबंधों ने कूटनीति के सभी मार्गों को स्थायी तौर पर बंद कर दिया है। ट्रम्प के बेकरार प्रशासन वैश्विक शान्ति और सुरक्षा के लिए तैनात तंत्र को तबाह करने के लिए बेताब है।”