ईरान (Iran) ने गुरूवार को संयुक्त राष्ट्र (United nations) को अमेरिका (America) के खिलाफ शिकायत पत्र लिखा है। तेहरान ने आरोप लगाया कि अमेरिकी सेना के ड्रोन को इस्लामिक गणराज्य की सेना ने होर्मुज के जलमार्ग उड़ान भरते हुए गिरा दिया था और ड्रोन पर जासूसी अभियान करने के भी आरोप लगाए थे।
अमेरिका ड्रोन
प्रेस टीवी के मुताबिक ईरान के यूएन में राजदूत मजीद तख़्त रवांची ने यूएन के महासचिव को दिए पत्र में कहा कि ” अमेरिका के अज्ञात एयरक्राफ्ट ने पर्सियन खाड़ी के दक्षिण में स्थित अमेरिकी सैनिको के ठिकानों से टेकऑफ किया था और पूरी तेज़ी से होर्मुज के जलमार्ग के ऊपर से उड़ान भर रहा था और वह ड्रोन स्पष्ट तौर पर जासूसी अभियान के लिए था।”
रवांची ने कहा कि “ईरान की सेना ने लगातार गिराने से पहले अमेरिकी ड्रोन को रेडियो से आगाह किया था। वह हमारे हवाई क्षेत्र में प्रवेश की कोशिश कर रहा था। रेडियो चेतावनियों के बावजूद जब एयरक्राफ्ट क्षेत्र के पश्चिमी भागो की तरफ लौट रहा था और वह ईरान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया था। यूएन के विशेषाधिकार आर्टिकल 51 स्थानीय समय 4:05 बजे उसे निशाना बनाया गया था।”
राजदूत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अमेरिका से उसकी जारी “गैर कानूनी और अस्थिर कार्रवाई” को बंद करने के लिए कहा है क्योंकि पर्सियन खाड़ी के क्षेत्र को पहले ही अस्थिर बना दिया है।
ईरान की रेवोलूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने गुरूवार को ऐलान किया कि उन्होंने अमेरिका के एक जासूसी ड्रोन आरक्यू 4 ग्लोबल हॉक को मार गिराया है। अमेरिकी ड्रोन ने ईरान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था। वांशिगटन ने इस कदम को भड़काऊ हम करार दिया था और कहा कि जब ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जल के ऊपर उड़ान भर रहा था तब उसे गिराया गया था।
अमेरिका ने अपने दावे की पुष्टि के लिए एक तस्वीर जारी की थी जिसमे ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जल के ऊपर उड़ान भरता दिख रहा है। इसकी प्रतिक्रिया में तेहरान ने एक वीडियो जारी किया था जिसमे अमेरिकी ड्रोन ईरानी हवाई सरहद को पार करता दिख रहा है।