राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता के बाबत जानकारी मुहैया की है और शुक्रवार को व्हाइट हाउस में चीनी वार्ता प्रतिनिधि टीम से मुलाकात करने का ऐलान किया था। इसकी संभावनाये कम है कि वार्ता से 15 महीनो से जारी व्यापार वार्ता का अंत हो जायेगा।
इससे पूर्व दो दिनों की वार्ता गुरूवार को समाप्त हो गयी थी। ट्रम्प ने पत्रकारों से व्हाइट हाउस में कहा कि “हम बहुत अच्छा कर रहे हैं, हम उन्हें कल यही मिलेंगे और वार्ता अच्छी जा रही है।” चीन उप प्रधानमन्त्री लिऊ ही 13 वें चरण की वार्ता का नेतृत्व कर रहे हैं।
चीनी टीम ने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रोबर्ट लाइतिजर और ट्रेज़री सेक्रेटरी स्टीवन म्नुनिच के साथ वार्ता की थी। विश्व को आर्थिक महाशक्तियां व्यापार युद्ध के शिकंजे में फंसी हुई है। अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया कि वह तकनीक चुरा रहा है और व्यापार रहस्यों को उनके सुपुर्द करने के लिए दबाव बना रहा है।
ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका ने 360 अरब डोलर के चीनी आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लागू किया था और अब 15 दिसम्बर से 160 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगाने का विचार कर रहा है। इसके प्रतिकार में चीन ने अमेरिका के 120 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगाया था।
दोनों देशो के बीच व्यापार जंग की शुरुआत से वैश्विक अर्थव्यस्था में मंदी के बादल छा गए हैं। बीते हफ्ते एक निजी सर्वे में खुलासा हुआ कि साल 2009 से अमेरिकी फैक्ट्रियो का आउटपुट सबसे निचले स्तर पर है। यूएस चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष मायरोन ब्रिलियंट ने कहा कि “दोनों पक्ष सिर्फ खो रहे हैं इसलिए वैश्विक अर्थव्यवस्था भी गोता लगा रही है। हम सभी जानते है कि हम अब अधिक समय तक व्यापार जंग को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।”
ट्रम्प प्रशासन ने चीन के 250 अरब डॉलर के उत्पादों पर 25 से 30 फीसदी शुल्क में इजाफा करने की योजना को रद्द कर दिया है।