अमेरिका में सिख समुदाय ने भारत सरकार के सिख कैदियों को रिहा करने के भारत सरकार के निर्णय का स्वागत किया है जो भारतीय जेल में टेररिस्ट एंड डिसट्रूपटिव एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहत बीते तीन दशको से कैद है। सिख्स ऑफ़ अमेरिका के चेयरमैन जेसे सिंह ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया अदा किया और इस निर्णय का स्वागत किया था।
उन्होंने कहा कि “जब, हमने प्रधानमन्त्री से ह्यूस्टन में मुलाकात की थी। उन्होंने साल 2014 के जनमत संग्रह से हमारी एक मांग का जल्द जवाब देने की बात को याद दिलाया था। आज के दिन में हमारी सिर्फ एक ही मांग है जो भारतीय सलाखों से सिख कैदियों की रिहाई है।”
कल, भारत की सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह के 550 कैदियों को रिहा करने के आग्रह को स्वीकार कर लिया था। यह गुरु नानक की 550 वीं वर्षगाठ के मौके पर किया गया है। सिख ऑफ़ अमेरिका के अध्यक्ष कवलजीत सिंह सोनी और बलजिंदर सिंह ने भारतीय गृह मंत्रालय के ऐलान का स्वागत किया है कि मौत की सजा मिलने वाले सिख कैदियों को उम्रकैद की सजा दी जाएगी।
सिख ऑफ़ अमेरिका के समूह के प्रतिनिधियों का नेतृत्व जेसे सिंह ने किया था और वे भारतीय प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के लिए 21 सितम्बर को टेक्सास में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। प्रतिनिधि समूह ने एक अन्य मेमोरेंडम दाखिल किया था जिसमे सिख समुदाय के अनुरूप प्रतिक्रियाओं के लिए धन्यवाद कहा था।