अमेरिका ने अपने नजदीकी मित्र सऊदी अरब पर धौंस जमाते हुए कहा कि अमेरिकी सेना के सहयोग के बिना वहां के बादशाह दो हफ़्तों तक सत्ता पर टिक नहीं पायेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने एक सभा के दौरान कहा कि वह सऊदी अरब को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं लेकिन उनका देश अमीर है। उन्होंने कहा वह बादशाह सलमान को पसंद करते हैं लेकिन अमेरिका उनकी रक्षा कर रहा है।
उन्होंने कहा अमेरिकी सेना के समर्थन के बगैर सऊदी के बादशाह सत्ता पर नहीं रह पायेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति के यह तीखे बोल दोनों राष्ट्रों के संबंधों में खटास पैदा कर सकते हैं।
सऊदी मीडिया के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को बादशाह सलमान को फोन कर तेल के बाज़ारों को स्थिर और वैश्विक आर्थिक वृद्धि को संतुलित बनाये रखने के लिए किये प्रयासों के बारे में जानकारी मांगी थी।
सऊदी अरब विश्व का सबसे बड़ा तेल निर्यातक है। साथ ही पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संघ (ओपेक) का एक अभिन्न अंग भी हैं। अमेरिका ने वैश्विक बाजारों में तेल की कीमतों के बढ़ने का जिम्मेदार सऊदी अरब को ठहराया है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह कई राष्ट्रों का बिना किसी फायदे के बचाव करते हैं। यहीं राष्ट्र ऊँची दरों पर तेल का सौदा करके अमेरिका का फायदा उठाते हैं, यह बिलकुल अच्छा नहीं है। अमेरिका ऐसे राष्ट्रों को कीमते बढाने से रोकेगा। साथ ही कम दामों में तेल बेचने के लिए विवश करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने वांशिगटन पर रक्षा प्रणाली का अतिरिक्त भार डालने के कारण अपने अन्य सहयोगियों जर्मनी, दक्षिण कोरिया और जापान पर भी दबाव बनाया है।