ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने गुरूवार को चेतावनी दी कि “अगर सऊदी अरब और अमेरिका अरामको तेल कंपनियों पर हुए ड्रोन हमले का प्रतिकार लेने के लिए सैन्य हमले करेंगे तो हम ऑल ऑउट जंग करेंगे।” ड्रोन हमले से सल्तनत का 50 फीसदी तेल वैश्विक बाज़ार में नहीं पंहुच रहा है।
ऑल ऑउट वॉर की धमकी
सीएनएन को दिए एक विशेष इंटरव्यू में में जरीफ ने कहा कि “ईरान संघर्ष से बचने की उम्मीद रखता है और देश अपने क्षेत्रीय विरोधी से बातचीत करने की इच्छा रखता है इसमें सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल है।”
अमेरिका और सऊदी अरब के हमले के परिणाम पर जावेद जरीफ ने कहा कि “ऑल ऑउट वॉर” होगी। उन्होंने कहा कि “अपने देश का बचाव करते हुए मैं एक गंभीर बयान दे रहा हूँ। मैं एक बेहद गंभीर बयान दे रहा हूँ कि हम सैन्य संहर्ष में उलझना नहीं चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका के साथ वार्ता करने वापस आने की नहीं है जब तक वह हमें पूरी तरह साल 2015 की परमाणु संधि के तहत प्रतिबंधो से आज़ाद नहीं कर देता, जिसे अमेरिका ने बीते वर्ष तोड़ा था।”
सऊदी अरब पर हमले में ईरान का हाथ न होने की बात को दोहराते हुए जरीफ ने कहा कि “इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले हौथी विद्रोहियों ने अपनी सैन्य काबिलियत में काफी वृद्धि की है और अब वह ऐसे अभियानों को अंजाम देने में सक्षम है।”
उन्होंने कहा कि “मैं जानता है हमने यह नहीं किया था। हमें यह भी भरोसा नहीं कि यह वे कर सकते हैं क्योंकि हमने सिर्फ उनका बयान सुना था।” माइक पोम्पियो के बयान के जवाब ने जरीफ ने बयान दिया है। पोम्पियो ने एक दिन पहले ही सऊदी अरब की यात्रा की थी।
पोम्पियो ने जेद्दाह में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी। बुधवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह तेहरान पर हमले के कारण वित्तीय प्रतिबंधो को बढाने जा रहे हैं।