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    निकोलस मादुरो

    ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार को वेनेजुएला के रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में प्रतिबंधों का विस्तार कर दिया है ताकि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर आर्थिक क्षेत्रों पर दबाव बनाया का सके। मादुरो के खिलाफ साढ़े चार माह जारी अभियान की तीव्रता को भी प्रदर्शित करना चाहता हूँ। विपक्षी नेता जुआन गाइडो द्वारा बगावत को बढ़ाने के प्रयास बीते हफ्ते विफल रहे थे।

    जुआन गाइडो को अमेरिका और अधिकतर पश्चिमी देशों का समर्थन प्राप्त था। विपक्षी नेता को निकोलस मादुरो अमेरिका के हाथो की कठपुतली कहता है। उन्होंने जनवरी में वेनेजुएला के संविधा को लागू करने की मांग की थी और दावा किया था कि साल 2018 में दोबारा चुनाव अवैध थे।

    अमेरिका ने ओपेक सदस्य राष्ट्र पर तेल प्रतिबन्ध लागू किये थे। निकोलस मादुरो को रूस, क्यूबा और चीन का समर्थन है और उन्होंने देश की सेना और अन्य संस्थानों का समर्थन वापस हासिल किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक सप्ताह पूर्व रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फ़ोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत में खुलासा हुआ है कि मादुरो की किस्मत का फैसला लेने में मॉस्को दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।

    एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि “मेरे ख्याल से इस कॉल से स्पष्ट हो गया है कि पुतिन को वेनेजुएला की कोई परवाह नहीं है। बड़े भूराजनीतिक मामलो के लिए यह एक छोटा सा भाग है। पुतिन ने मादुरो को आर्थिक रूप से अक्षम करार दिया है।”

    एक पूर्व जनरल ने मादुरो के खिलाफ बगावत की है और इस हफ्ते उन्हें अमेरिकी प्रतिबंधों की सूची से बाहर निकाल दिया गया है। जनरल मानुएल क्रिस्टोफर अमेरिकी अधिकारीयों के संपर्क में हैं और अन्य सैन्य अधिकारीयों से उनकी बातचीत हो रही है।

    ट्रेज़री डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को कहा कि वेनेजुएला की रक्षा और सुरक्षा सुविधाओं क्षेत्रों के साथ कार्य कर रही अमेरिका और विदेशी कंपनियां पर अब प्रतिबन्ध लागू हो जायेगा। ट्रम्प प्रशासन ने दो शिपिंग कंपनियों और दो तेल टैंकर जहाजों को काली सूची में डाल दिया गया था।

    अमेरिका ने इन कंपनियों को मार्शेल द्वीप पर स्थित मानसून नेविगेशन कॉर्प और लिबेरिया में स्थित सेक्रेनिटी नेविगेशन लिमिटेड के तौर पर पहचान की थी। टीएसजे के अध्यक्ष माइकेल मोरेनो के बयान के मुताबिक, न्यायिक संस्था ने कहा कि अपमानजनक और दखलंदाज़ी भरे लहजे में वेनेजुएला के उच्च न्यायिक विभागों को धमकी दी थी जो आज़ादी के सिद्धांतो का उल्लंघन है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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