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    निकोलस मादुरो

    अमेरिका ने शुक्रवार को वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने के लिए तेल क्षेत्र में संचालन करने वाली दो शिपिंग कंपनियों पर प्रतिबन्ध लगा दिए हैं। अब जो भी वेनेजुएला के रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र से जुड़ा होगा उस पर प्रतिबन्ध होंगे। वेनेजुएला में राजनीतिक और आर्थिक संकट बरक़रार है।

    अमेरिकी प्रतिबन्ध

    अमेरिका राज्य विभाग ने कहा कि “हमने दो कंपनियों को इस सूची में शामिल किया है, मानसून नेविगेशन कॉर्पोरेशन और सेरेनिटी मेरीटाइम लिमिटेड जो तेल क्षेत्र को संचालित करती है। अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी स्टीवन मनूचिन ने बयान में कहा कि “अगर क्यूबा सैन्य समर्थन के बदले वेनेजुएला से तेल का आयत करता है तो अमेरिका आगे भी कड़ी कार्रवाई करेगा।”

    उन्होंने कहा कि ” ट्रेज़री की कार्रवाई आज वेनेजुएला की सेना और ख़ुफ़िया विभागों पर हुई है साथ ही जो उन्हें सहयोग करते हैं। अवैध मादुरो की सत्ता को समर्थन जारी रखने के परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। इन प्रतिबंधों के तहत अमेरिकी न्याय क्षेत्र के अधीन संगठनों की समस्त संपत्ति को जब्त कर लिया जायेगा और अमेरिकी व्यक्तियों द्वारा इसका उल्लंघन करने पर ऑफिस ऑफ़ फॉरेन एसेट्स कण्ट्रोल को रिपोर्ट किया जायेगा।”

    वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गाइडो का अमेरिका समर्थन कर रहा है और निकोलस मादुरो की सरकार के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबंधों को थोपने और मादुरो सरकार को अलग-थलग करने की पॉलिसी है। मंगलवार को अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेन्स ने वेनेजुएला के 25 न्यायधीशों को प्रतिबन्ध थोपने की धमकी दी थी।

    मादुरो का शासन

    अलबत्ता, वेनेजुएला की शीर्ष न्यायिक अदालत (टीएसजे) ने माइक पेन्स की धमकी को स्पष्ट तौर पर और बलपूर्वक खारिज कर दी थी। टीएसजे के अध्यक्ष माइकेल मोरेनो के बयान के मुताबिक, न्यायिक संस्था ने कहा कि अपमानजनक और दखलंदाज़ी भरे लहजे में वेनेजुएला के उच्च न्यायिक विभागों को धमकी दी थी जो आज़ादी के सिद्धांतो का उल्लंघन है।

    वेनेजुएला में महंगाई ने जनता की रोजमर्रा की जिंदगी को तबाह कर दिया है साथ ही यहां पानी और बिजली की कमी से भी लोग हलकान है। गाइडो ने जनवरी में एक जान प्रदर्शन के दौरान खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और उनका तत्काल अमेरिका और 50 अन्य पश्चिमी देशों ने समर्थन किया था।

    देश में प्रदर्शनों के बावजूद निकोलस मादुरो ने सत्ता से इस्तीफा देने के लिए इंकार कर दिया था और उन्हें अपनी देश की ताकतवर सेना का समर्थन है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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