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    अमेरिका रूस आतंकी हमला

    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच में एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार फोन पर बातचीत हुई है। दरअसल व्लादिमीर पुतिन ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में होने वाले योजनाबद्ध आतंकी हमले को विफल करने में अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंसी एजेंसी (सीआईए) की मदद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति को शुक्रिया अदा किया है।

    अमेरिका की सीआईए द्वारा रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) को आंतकी हमले से संबंधित अहम जानकारी उपलब्ध कराई गई थी। जिस वजह से रूस में बड़ा आतंकी हमला होने से पहले ही इसे विफल कर दिया गया। इस पर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रम्प से फोन पर बात की और सीआईए द्वारा दिए गए खुफिया जानकारी के लिए अपना आभार व्यक्त करते हुए शुक्रिया अदा किया।

    रूस की समाचार एजेंसियों के मुताबिक कहा गया है कि सीआईए द्वारा प्राप्त जानकारी से आतंकी हमलों को अंजाम देने की कोशिश करने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

    पुतिन ने अमेरिका की इस मदद के लिए वचन दिया है कि वो अमेरिका के नागरिकों के ऊपर होने वाले आतंकवादी खतरों की सभी जानकारी को रूसी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पास करवाएंगे जाएंगे ताकि अमेरिकी लोगों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जा सके।

    व्हाइट हाउस व क्रेमलिन की तरफ से इस संबंध में बयान भी जारी किए गए है। व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि रूस में होने वाले इस आतंकी हमले में बड़ी संख्या में लोग मारे जा सकते थे।

    रूस में आतंकी हमलों का इतिहास

    रूस व अमेरिका के बीच में संबंध ज्यादा अच्छे नहीं है। लेकिन पिछले कुछ समय से देखा गया है कि दोनों ही देश के नेताओं ने फोन पर वार्ता कर सकारात्मक रिश्तों का संकेत दिया है। रूस का मानना है कि इस्लामिक स्टेट व अन्य हिंसक आतंकवादियों से सामना करने के लिए दोनों देशों को वैश्विक रूप से साथ आना होगा।

    रूस में इस साल अप्रैल में आतंकी हमला हुआ था जिसमें करीब 14 लोग मारे गए थे। दरअसल सेंट पीटर्सबर्ग में मेट्रो सुरंग में एक ट्रेन माल गाड़ी के माध्यम से विस्फोट किया गया था।

    इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप पर एक रूसी विमान में विस्फोट किया था, जिसमें सभी 224 लोग मारे गए।

    दिसंबर 2013 में दो आत्मघाती हमलावरों ने रूसी शहर वोल्गोग्राड में रेलवे स्टेशन और ट्रॉलीबस पर हमला किया था, जिसमें 34 लोग मारे गए।

    जनवरी 2011 में जनवरी 2011 में मॉस्को के डोमोदेदोवो हवाई अड्डे पर एक आत्मघाती हमले में 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे और लगभग 130 लोग घायल हुए थे।

    इससे एक साल पहले ही मास्को मेट्रो स्टेशन में भीड़-भाड़ वाले समय में बमधमाका हुआ, जिसमें 40 लोग मारे गए थे।

    उत्तर कोरिया संकट को लेकर भी हुई थी वार्ता

    गौरतलब है कि गुरूवार को भी डोनाल्ड ट्रम्प व व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। दोनों नेताओं ने उत्तरी कोरिया के परमाणु संकट कार्यक्रम को लेकर चर्चा की थी।

    वहीं इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था की तारीफ करने के लिए पुतिन का आभार जताया था। दोनों नेताओं के बीच एक हफ्ते में दो बार बातचीत होने का संकेत मिलना काफी सकारात्मक माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच काफी समय से तनाव देखा जा रहा था।