अमेरिकी-मेक्सिको सीमा पर मध्य अमेरिका से आये सैकड़ों आप्रवासियों का जमावड़ा लगा हुआ है। आप्रवासियों ने सीमा पर प्रदर्शन किया जिसके जवाब में अमेरिकी सैनिकों ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया था। अमेरिका से आश्रय की उम्मीद लगाये हजारों आप्रवासियों के लिए अमेरिकी विभाग ने सीमा को बंद कर दिया है।
मेक्सिको पुलिस ने आप्रवासियों को आगे बढ़ने से रोक दिया था लेकिन उन्होंने तिजुआना नदी से होते हुए अमेरीका और मेक्सिकों की सीमा, जो एक तार से विभाजित है वहां पंहुच चुके हैं। कुछ आप्रवासियों को यह सीमा उल्लंघन कर अमेरिका में घुसने का अवसर लगता है। खबर के मुताबिक आप्रवासियों के हंगामा मचाने के कारण अमेरिकी सैनिकों ने आप्रवासियों पर आंसू गोले दागे।
पत्रकार ने बताया कि आप्रवासियों ने तार के के छोटा छेद कर दिया था जिस पर अमेरिकी सैनिकों ने आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया था। बच्चों को खांसी हुई और वह चिल्ला रहे थे, धुंध हवा में फ़ैल गयी और सौ फीट दूर खड़े लोगों तक पंहुच गयी थी।
मेक्सिको के मंत्री ने कहा कि तक़रीबन 5000 आप्रवासी हिंसा के सहारे अमेरिका में प्रवेश करने की फ़िराक में हैं। उन्होंने कहा कि वह इन लोगों को वापस भेजकर, सुरक्षा को दोबारा मज़बूत कर देंगे। अमेरिका के कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन के जहाज सीमा पर पूरे दिन उड़ते रहे थे और अमेरकी सैनिक सीमा से लगभग एक फीट की दूरी पर तैनात थे।
होमलैंड सुरक्षा सचिव किर्स्त्जें निएल्सेन ने कहा कि अमेरिकी विभाग दक्षिणी पश्चिमी इलाके पर निगरानी रखा हुआ है और जो सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और अमेरिकी सम्प्रभुत्व का उल्लंघन करेगा, उसे सख्त सज़ा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विभाग इस तरह के गैर कानूनी रवैये को बर्दास्त नहीं करेगा और जनता की सुरक्षा और रक्षा कारणों से बंदरगाहों के प्रवेश पर रोक लगाने में अमेरिका को हिचक नहीं होगी।
तिजुआना के स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में और बाहर 5000 से अधिक आप्रवासियों ने शिविर बना रखे हैं। इसने कई लोग अमेरिका में आश्रय के लिए आवेदन करना चाहते हैं लेकिन विभाग ने एक दिन में केवल 100 याचिका ही स्वीकार करने का निर्णय लिया है।
मेक्सिकों के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उनके देश ने 19 अक्टूबर से 11 हज़ार मध्य अमेरिकियों को वापस उनके देश भेज दिया है। मेक्सिको इस वर्ष के अंत तक एक करीबन एक लाख आप्रवासियों वापस देश भेजने में कामयाब हो जायेगा।