दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट,ओमीक्रॉन (Omicron) ने दहशत फैला रखी है। अमेरिका और यूरोपीय कई देशों में लाखों में Covid -19 के केस आ रहे हैं। अमेरिका में यह आंकड़ा 4 लाख के पार पहुँच गया है। यह बता दें कि अमेरिका में बीतें शुक्रवार को 440 ,000 कोरोना के केस पाएं गए थे। यह आकड़ा पिछली फरवरी से लगभग 2 गुना ज़्यादा है।
ऐसी आपदा की स्तिथि में भी अमेरिका के शीर्ष वैज्ञानिक एंथोनी फौकि (Anthony Fauci) ने लोगों में आशा की नयी किरण लाने की कोशिश की है और कहा है,” ‘हम निश्चित रूप से बहुत गंभीर उछाल और मामलों में तेजी के बीच में हैं। बढ़ती संक्रमण दर को वास्तव में अभूतपूर्व कह सकते हैं।”
उन्होंने अपनी बात समझाते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका पर गौर करें तो पाएंगे कि दक्षिण अफ्रीका में पहली बार नवंबर के अंत में ओमिक्रॉन का पता चला था। इसके बाद यह संक्रमण वहां तेजी से चरम पर पहुंच गया, लेकिन फिर जल्दी ही यह कम भी हो गया। ऐसे में कुछ आशा की किरण दिखाई दे रही है।
फौकि ने कोरोना पर अपनी बात रखते हुए कहा कि इस बात के सबूत सामने आ रहे हैं कि ओमिक्रॉन पिछले डेल्टा वेरिएंट की तुलना में हल्का है। पिछले कोविड की तुलना में हाल के हफ्तों में मौतों और अस्पताल में भर्ती होने की अमेरिकी दर बहुत कम रही है।
अमेरिका अन्य देशों की तरह एक संतुलन खोजने के लिए संघर्ष कर रहा है, जो अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाए बिना या प्रमुख सेवाओं को बंद किए बिना सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करेगा।
भारत में भी यह भयंकर वैरिएंट त्राहि त्राहि करना शुरू कर रहा है। रोज़ाना केस दोगुने-तिगुने होते जा रहे है। भारत में कोरोना के नए वैरिएंट,ओमीक्रॉन के मामलों ने दिसंबर के आखरी हफ़्ते में खासी तेज़ी पकड़ी है।