अमेरिका पर पाकिस्तान का फायदा उठाने का आरोप करते हुए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने कहा, “अमेरिका जब पाकिस्तान की जरुरत होती हैं, तब हीं पाकिस्तान की ओर हाथ बढाता है, और जब जरुरत नहीं होती तब (पाकिस्तान को) दरकिनार करता हैं।”
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के अध्यक्ष जनरल परवेज मुशर्रफ ने वौइस् ऑफ़ अमेरिका को दिए अपने साक्षात्कार में कहा अमेरिका के बदलते रुख का असर अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों पर होता है, और आज दोनों देशों के बीच रिश्ते कुछ ज्यादा अच्छे नहीं हैं।
74 वर्षीय सेवानिवृत्त जनरल मुशर्रफ पर पाकिस्तान में देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों के चलते उन्हें दुबई जाने की इजाजत दे दी गयी है।
दोनों देशों के बीच रिश्ते क्यों ख़राब हुए इस विषय में पूछे गए सवाल का जबाब देते हुए परवेज मुशर्रफ ने कहा, “ अमेरिका शीतयुद्ध के काल से ही भारत का समर्थन करता रहा हैं और शीतयुद्ध के अंत के बाद, बीते कुछ दशकों में भारत और अमेरिका के रिश्ते बेहतर हो गए हैं। अमेरिका भारत का इस्तेमाल पाकिस्तान के विरोध में कर रहा हैं, इसका सीधा असर पाकिस्तान पर हो रहा हैं। हम चाहते हैं की भारत के अफगानिस्तान में चल रहे कामों के युएन द्वारा समीक्षा करायी जाए।”
“पाकिस्तान और पाकिस्तान की जनता यह नहीं समझ पा रही हैं की क्यों अमेरिका हमें नजरंदाज करता हैं और जरूरत पड़ने पर फिरसे हमारी मदत मांगता हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।”
“अमेरिका और पाकिस्तान के बीच जो परेशानियां हैं उन्हें बैठकर बातचीत के जरिये सुलझाने की जरूरत हैं।“
वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच रिश्तों तनाव बड़ने की शुरुवात, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पाकिस्तान को झुटा और डकैत कहने के बाद हुई। आंतंकवादी गताविधियोंके खिलाफ कार्रवाई न करने के कारण ट्रम्प ने पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से दी जानेवाली आर्थिक मदत में 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कटौती की थी।