अमेरिका में फर्जी यूनिवर्सिटी के मामले में 129 भारतीय छात्रों को हिरासत में लिया गया है। अमेरिकी राज्य विभाग ने कहा कि भारतीय छात्रों को मालूम था कि वे अमेरिका में अवैध तरीके से रहने के लिए एक अपराध को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में भारत ने अमेरिका को डीमार्श जारी किया था।
अमेरिका के राज्य विभाग ने सोमवार को कहा कि सभी छात्रों को भान था कि फ्लेमिंगम यूनिवर्सिटी फर्जी है और उसे मान्यता नही दी गयी है और उन्हें यह भी पता था कि अमेरिका में रहने के लिए वह अपराध का रास्ता चुन रहे हैं। हर वर्ष अमेरिका में लाखों छात्र नामी यूनिवर्सिटी और संस्थान में दाखिला लेते हैं और बीते वर्ष 196000 छात्रों ने दाखिल लिया था।
अमेरिका में नियुक्त भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि देश के गिरफ्तार छात्रों के पीछे भारत सरकार का समर्थन है। उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि सोमवार तक विदेश मंत्रालय को गिरफ्तार छात्रों तक पंहुच मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि “निश्चित ही चिंतित व तनावग्रस्त है कि इतने भारतीय छात्र एक फर्जी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के मामले में फंसे हैं।” उन्होंने कहा कि हम यहाँ अपने छात्रों के हितो के संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए तीव्रता से प्रयास कर रहे हैं।
भारत ने अमेरिका से छात्रों तक राजनयिक संपर्क साधने की मांग की है और इसके लिए विरोध भी प्रकट किया है। भारत ने डिमार्श जारी किया है, जिसके तहत कूटनीतिक तौर पर अपना पक्ष रखना या विरोध जाताना होता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि 129 भारतीय छात्रों को एक फर्जी यूनिवर्सिटी में जानबूझकर दाखिला लेकर अमेरीका मे रहने का आरोप लगाया गया है। पूरे अमेरिका में ऐसी 130 गिरफ्तारियां हुई है जिसमे 129 छात्र भारत के है।
वांशिगटन में भारतीय दूतावास 129 गिरफ्तार छात्रों की सहायता के लिए 24/7 खुला हुआ है। दूतावास ने दो फ़ोन नंबर 2023221190 और 2023402590 जारी किया है। गिरफ्तार छात्र, उनका परिवार या दोस्त दूतावास से इस ईमेल एड्रेस के जरिये [email protected]. इन पर सूचना दे सकते हैं।