अमेरिका द्वारा सभी देशों पर ईरान से कच्चे तेल की खरीद पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद भारत की मदद करने के लिए सऊदी अरब ने हाथ बढ़ाया है।
इन मामलों में सीधे तौर पे जुड़े रहने वाले तमाम सूत्रों के अनुसार सऊदी अरब भारत को 40 लाख बैरल अतिरिक्त कच्चा तेल उपलब्ध करवाएगा।
जाहिर है यदि सऊदी अरब इस समय भारत की मदद नहीं करता है, तो आने वाले महीनों में भारत में कच्चे तेल की भारी कमी हो सकती है।
सऊदी अरब द्वारा भारत को की जाने वाली अतिरिक्त सप्लाई का कारण अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाया गया प्रतिबंध है। भारत कच्चे तेल के मामले में चीन के बाद ईरान का सबसे बड़ा ख़रीददार है। ऐसे में अमेरिकी प्रतिबंध के चलते भारत को अचानक तेल के आयात में कमी देखने को मिल सकती है। इसी संकट से भारत को बचाने के लिए सऊदी अरब ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाया गया प्रतिबंध 4 नवंबर से शुरू हो रहा है, ऐसे में सभी देशों को ईरान से तेल आयात में तब तक पूरी तरह से कटौती कर लेनी होगी।
हालाँकि चीन ने अमेरिका का यह प्रतिबंध मानने से पूरी तरह इंकार कर दिया है।
सूत्रों की माने तो नवंबर से ही रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम व मंगलौर रिफ़ाइनरी पेट्रोकेमिकल आदि कंपनियाँ सऊदी अरब से 10 लाख बैरेल अतिरिक्त तेल लेने लगेंगी।
हालाँकि इसके बावजूद उन सभी कंपनियों को भरी नुकसान उठाना पड़ सकता है, जिन्होंने ईरान को प्रतिबंध की घोषणा के पहले ही नवंबर से आगे भी तेल आपूर्ति का ऑर्डर दे दिया था, ऐसे में ये सभी कंपनियां सरकार के सहयोग से प्रतिबंध के बाद भी ईरान से तेल लेना जारी रख सकती हैं।