पाकिस्तान ने मंगलवार को अमेरिका द्वारा वीजा प्रतिबन्ध लागू करने की खबरों को खारिज किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “अमेरिका ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई वीजा प्रतिबन्ध नहीं लागू किये हैं। वह सिर्फ 70 अवैध पाकिस्तानियों को वापस भेजना चाहते हैं।”
अमेरिकी प्रतिबन्ध
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान ने अमेरिका को नागरिकों को वापस भेजने की सभी औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी करने के लिए कहा है।” कुछ सप्ताह पूर्व अमेरिकी राज्य विभाग ने ऐलान किया था कि वह पाकिस्तान पर वीजा प्रतिबन्ध लागू कर रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान ने अमेरिका में निर्वासित नागरिकों और वीजा अवधि के बावजूद वहां रहने वाले अपने नागरिकों को वापस लेने से इंकार कर दिया है।
27 अप्रैल को अमेरिकी राज्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि “पाकिस्तान में वाणिज्य दूतावास के अभियान में कोई परिवर्तन नहीं है। यह पाकिस्तान और अमेरिका की सरकार के बीच द्विपक्षीय मसला है जिस पर चर्चा जारी है और इस समय हम बारीकियों में नहीं घुसना चाहते हैं।”
10 मुल्कों पर वीजा पाबन्दी
अमेरिका ने पाकिस्तान के आलावा कई और मुल्कों पर भी वीजा प्रतिबन्ध लगाए हैं। इसमें घाना, गुयाना, गैम्बिया, कम्बोडिया, इरीट्रिया, गुइना, सिएर्रा लियॉन, म्यांमार और लाओस शामिल है।
अमेरिकी कानून के तहत प्रतिबन्ध थोपे गए हैं। जिसके तहत जो देश अपने नागरिकों को वापस लेने से इंकार करें, उनके नागरिकों को अमेरिकी वीजा से वंचित किया जाए।
प्रतिबंधों की शुरुआत सम्बंधित मंत्रालय में कार्यरत अधिकारीयों पर निशाना साधकर की जाती है और इसके बाद अधिकारीयों के परिवार के सदस्यों को वीजा मुहैया नहीं किया जाता है। अगर शुरूआती प्रतिबन्ध प्रभावी नहीं होते तो अन्य मंत्रालयों के अधिकारीयों और वीजा आवेदनकर्ताओं को वीजा नहीं मुहैया किया जाता है।