आतंकवाद का साथ देने को लेकर पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। आतंकवाद खत्म करने को लेकर अमेरिका से आर्थिक सहयोग प्राप्त कर रहा पाकिस्तान इसका दुरूपयोग कर रहा है।
इस पर अमेरिका ने कई बार पाकिस्तान को चेतावनी दी है। डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन तो बार-बार पाकिस्तान के ऊपर आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय पहुंचाने व आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने का आरोप लगा रहा है।
इन आरोपों के बीच अब पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अमेरिका के सभी आरोपों का खंडन करते हुए इशारों-इशारों में कड़ी चेतावनी दे डाली है।
पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं
पाक सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि पाकिस्तान अपने दोस्त राष्ट्र के साथ कोई संघर्ष नहीं करना चाहता है। लेकिन अगर कोई देश उसकी जमीन पर आकर एकतरफा कार्रवाई करता है तो पाकिस्तान इसकी अनुमति नहीं देगा, भले ही वो दोस्त (अमेरिका) द्वारा ही किया गया हो।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान सशस्त्र बलों द्वारा दोस्तों के साथ काम किया जा रहा है, आगे भी किया जाता रहेगा। लेकिन हमारे राष्ट्रीय सम्मान के बारे में किसी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
हम अपने दोस्त देश के साथ किसी तरह का संघर्ष नहीं करना चाहते है, लेकिन पाकिस्तान की सुरक्षा करना हमारी पहली सुनिश्चितता है। आगे कहा कि पाकिस्तान के लिए क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा करना सर्वोपरि है। इसके लिए हम किसी भी देश को हमारी जमीन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे।
ट्रम्प प्रशासन से मिल चुकी है कई बार चेतावनी
मेजर जनरल आसिफ गफूर का ये बयान अमेरिका से बार-बार मिल रही चेतावनी की पृष्ठभूमि में आया है। पाकिस्तान ने साफ तौर पर संकेत दिए है कि वो अमेरिका के द्वारा उसकी जमीन पर किसी तरह की एकतरफा कार्रवाई को करने की अनुमति नहीं देगा। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध निरंतर कमजोर हो रहे है।
हाल ही में अमेरिका के उप-राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान से पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। इससे पहले सीआईए के निदेशक माइक पोम्पो ने भी कहा था कि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को सुरक्षित ठिकाने उपलब्ध करवाए जा रहे है।
इसके खात्मे के लिए अमेरिका को खुद ही कदम उठाने पडेंगे। साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन भी पाकिस्तान को कई बार चेता चुके है।
अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में भी पाकिस्तान को आतंकवाद का सहयोगी बताया गया है। वहीं पाकिस्तान खुद को आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई करने वाला बता रहा है।