पाकिस्तान में नियुक्त भारत के राजदूत अजय बिसरिया से बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुलाकात की और भारत-पाक संबंधों पर चर्चा की थी।
इंडिया टुडे के मुताबिक इस मुलाकात के बाद अजय बिसरिया ने कहा कि “भारतीय राजूदत अन्य देशों के साथ संपर्क में हैं। इसके आलावा मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।”
सरकारी सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करने के लिए गृह मंत्रालय तैयारी कर रहा है जो सभी भारतीय दूतावासों के साथ साझा किया गया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद तनाव बढ़ने पर भारत और पाकिस्तान ने अपने राजदूतों को चर्चा के लिए वापस मुल्क बुला लिया था।
राजनाथ सिंह ने अमेरिका में नियुक्त राजदूत हर्ष वर्धन सिंह श्रृंगला के साथ भी मुलाकात की थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि “पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग करने के लिए वह हर कूटनीतिक पैंतरे का इस्तेमाल करेंगे। क्योंकि वह आतंकियों को पनाह और उनका वित्त पोषण करता है।”
पुलवामा हमले पर अमेरिका के राष्ट्रपति ने कड़ी निंदा की थी और पाकिस्तान से आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। बुधवार को पुलवामा आतंकी हमले का निंदात्मक प्रस्ताव न्यूजीलैंड की संसद में पारित हुआ था।
फ्रांस ने कहा कि यूएन की आतंकियों की सूची में जैश ए मोहम्मद के सरगना को रखने के लिए वह भारत के साथ खड़े हैं। सीआरपीएफ के काफिले पर हुए इस हमले की 40 देशों ने निंदा की है।
रूस ने कहा कि “ऐसे अमानवीय कृत्यों को एक निर्णायक और सामूहिक तरीके से खत्म करने की जरुरत है, इसमें कोई दो विचारधारा नहीं होनी चाहिए।” रुसी राजदूत ने कहा कि बिना किसी दोहरे चरित्र को दर्शाते हुए ऐसे अमानवीय कृत्यों को रोकने की जरुरत है।
ईयू ने कहा था कि “जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आज एक बार फिर भारत आतंकवाद का पीड़ित बना है। इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए हैं। आतंकवाद को कोई परिभाषा नहीं होती है। हम पीड़ितों के परिवार के प्रति दुख व संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआ करते हैं। भारत के रणनीतिक साझेदार होने के नाते हम इस मुश्किल वक्त में भारत के साथ है। हम आतंकवाद से लड़ने में भारत के साथ है।”