अमेरिका ने पाकिस्तान से उनकी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ अपरिवर्तनीय और निरंतर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। पाक ने पुलवामा आतंकी हमले और भारत की वायुसेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई के बाद वैश्विक समुदाय के दबाव में आकर आतंकी समूहो के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरु कर दी हैं। बीते कुछ दिनों ने पाक सरकार ने कई आतंकी समूहों और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
रायटर्स के मुताबिक सरकार ने ऐलान किया कि उन्होंने 182 मदरसों पर नियंत्रण कर लिया है। प्रतिबंधित समूह के खिलाफ कार्रवाई के लिए 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि “यह पुरानी नीति के तहत है।”
अमेरिका का अनुरोध
अमेरिकी राज्य विभाग के उप प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो ने पत्रकारों से गुरूवार को कहा कि “मैं कहना चाहूंगा कि अमेरिका ने क़दमों को नोट किया है और हम पाकिस्तान से इसे जारी रखने का आग्रह करेंगे। आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई भविष्य में हमलों से रक्षा करेगी और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देगी।”
यूएन में जैश ए मोहम्मद के सरगना को वैश्विक आतंकी सूची में शुमार करने के बाबत अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि “अमेरिका और उसके सहयोगी सुरक्षा परिषद् की आतंकी संगठनों और आतंकियों की सूची को अपडेट करना चाहते हैं। मसूद अज़हर और जैस ए मोहम्मद पर हमारा रुख स्पष्ट है,जो कई आतंकी हमलों और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा पंहुचने का जिम्मेदार है।”
अमेरिका में भारतीर राजदूत हर्षवर्धन शृंगला ने अमेरिकी राज्य सभा के रिपब्लिकन नेता केविन मैक्कार्थी से मुलाकात की थी और इसके बाद रिपब्लिकन नेता ने कहा कि “हम आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से खड़े हैं और दोनों राष्ट्रों के मध्य व्यापार को सुधारने के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे।”
पाक की कार्रवाई
एक अन्य प्रतिबंधित समूह जमात उद दावा भी करीबन 300 मदरसों का संचालन करता है। जो खुद को इस्मालिक चैरिटी और व्यापक स्तर पर जनकल्याण अभियान चलाने वाले के रूप में पेश करता है। पाक आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि कई समूहों के अन्य संस्थानों को भी जब्त कर लिया गया है। इसमें 34 स्कूल और कॉलेज, 163 डिस्पेंसरीज, 184 एम्बुलेंस, पांच अस्पताल और प्रतिबंधित समूहों के आठ दफ्तर है।