पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ की एक विडियो लेक हुई है जिसमे वह पाकिस्तान में सात वापस हस्सिल करने के लिए मदद मांग रहे हैं। विडियो में तानाशाह अमेरिकी सांसदों से कह रहे हैं कि वह शर्मिंदा है कि आईएसआई ने उनसे अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की सूचना छिपाई।
इस विडियो को पाकिस्तान के कॉलमनिस्ट गुल बुखारी ने शेयर किया था। इस विडियो के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि “मेरे ख्याल से आईएसआई की लापरवाही माफ़ी के काबिल है, क्योंकि ऐसी ही 9/11 की लापरवाही में सीआईए भी शामिल है।”
परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने साल 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की सरकार का तख्तापलट किया था। इन्होंने साल 2007 में पाकिस्तान में आपातकाल लगाया था। परवेज मुशर्रफ ने साल 2001 में तत्कालीन राष्ट्रपति रफ़ीक तरार को बर्खास्त करके खुद राष्ट्रपति शासन पर काबिज हो गये थे।
पूर्व राष्ट्रपति पर साल 2014 में देशद्रोह (पाकिस्तान के संविधान को बर्खास्त करने) और देश पर आपातकाल थोपने का दोषी माना गया। परवेज़ मुशर्रफ़ ने पाकिस्तान पर साल 1999 से 2008 तक हुकूमत चलाई। उन पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और लाल मस्जिद हत्याकांड के केस में संधिग्द भी थे।
विडियो में परवेज मुशर्रफ ने कहा कि “पूर्व से ही मेरी साख है, मुझे वापस सत्ता में आने की जरुरत है और मुझे मदद की जरुरत है ताकि मैं जीत सकूँ।” उन्होंने दावा भी किया कि पाकिस्तान ने अमेरिका द्वारा आतंकियों से निपटने के लिए दी गयी सैन्य सहायता का इस्तेमाल उन्होंने पाकिस्तान की गरीबी स्तर को दूर करने के लिए किया, जो 34 फीसदी से 17 फीसदी हो गयी थी।
अमेरिकी सांसद से मुलाकात के वक्त परवेज मुशर्रफ ने कहा कि “पाकिस्तान में सहभागिता नहीं है और ओसामा बिन लादेन को खोज निकालने की भी क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा पाकिस्तान पर ओसामा बिन लादेन को छिपाने का कलंक है। उन्होंने सांसद से कहा कि पाकिस्तान में लापरवाही है, और इसके लिए हम सब शर्मिंदा है। मैं अभी सरकार में नहीं होण, लेकिन में शर्मिंदा हूँ कि आईएसआई में इस स्तर की लापरवाही है।”
परवेज मुशर्रफ ने कहा कि “सीआईए भी ऐसी ही लापरवाही में शामिल है। 18 लोगों को अमेरिका में प्रशिक्षण दिया गया और सीआईए इतना बड़ा संघठन होने के बावजूद सोया रहा था। आईएसआई भी सो रहा था, अब इस मामले को दबा देना चाहिए।”