अमेरिका ISIL (ISIS) से सम्बंधित अफगानिस्तान के नेता सनाउल्लाह गफ़ारी के स्थान या पहचान की जानकारी देने पर $ 10 मिलियन तक के इनाम से नवाज़ेगा।सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा यह सन्देश जारी किया गया कि ऐसी कोई भी जानकारी जो काबुल हवाई अड्डे पर पिछले साल की घातक बमबारी के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की गिरफ्तारी का कारण बन सकती है, देने पर अमेरिकी सरकार $10 मिलियन का इनाम देगी।इस बमबारी का दावा खुरासान प्रांत, आईएसकेपी (ISIS-के) में ISIL समूह ने किया था।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में यह हमला अगस्त 2021 में किया गया था जिसमें 170 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सेवाकर्मी मारे गए थे। यह हमला काबुल में तब हुआ था जब अफगानिस्तान से अमेरिका की सेना अचानक वापस लौट गयी थी।गफ़ारी को शाहब अल-मुहाजिर के नाम से भी जाना जाता है।अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार ग़फ़ारी को जून 2020 में ISKP का प्रमुख नियुक्त किया गया था, और पूरे अफगानिस्तान में ISKP के सभी कार्यों को मंजूरी देने और समूह के लिए धन जुटाने कि ज़िम्मेदारी भी सौंपी गयी थी।
4 फरवरी को जारी की गयी काबुल हवाई अड्डे पर 26 अगस्त के हमले की अमेरिकी सैन्य जांच के परिणामों की फेहरिस्त में यह पाया गया है कि हमला संभवतः एक व्यक्ति द्वारा संचालित किया गया था, जिसने बॉल बेयरिंग से भरी हुए एक एकल विस्फोटक उपकरण का भीड़ में विस्फोट कर दिया था।परिणामस्वरूप इस बम धमाके के हमले के कुछ ही दिनों के भीतर, अमेरिका ने एक ड्रोन हमला किया था जिसमें पेंटागन के अनुसार उसने संदिग्ध ISKP लड़ाकों को निशाना बनाया था ।
लेकिन मीडिया आउटलेट्स ने कुछ देर बाद तुरंत खबर दी कि इस हवाई हमले में कई बच्चों की मौत हो गयी है और इसमें 10 अफगान नागरिक भी मारे गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने बाद में गलत ड्रोन हमले के लिए माफी भी मांगी थी, हालांकि अमेरिकी सेना के किसी भी सदस्य को दोषी करार नहीं किया गया था।
अफवाहों की मानें तो वह अल-कायदा कमांडर या हक्कानी नेटवर्क का पूर्व सदस्य रह चूका है, जो तालिबान के सबसे शक्तिशाली और भयभीत गुटों में से एक था। ग़फ़ारी को नवंबर में अमेरिका द्वारा “विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी” के रूप में ब्लैकलिस्ट किया गया था।इस ब्लैकलिस्ट दो और ख़ास नाम भी शामिल हैं – प्रवक्ता सुल्तान अजीज आजम, जिन्हें सुल्तान अजीज के नाम से भी जाना जाता है, और वरिष्ठ नेता मौलावी रजब सलाहुद्दीन।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, “हम आईएसआईएस-के का मुकाबला करने के लिए अपने सभी आतंकवाद विरोधी उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि अफगानिस्तान फिर से अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का मंच नहीं बन सके। ये पदनाम आतंकवादियों को बेनकाब और अलग करते हैं, उन्हें अमेरिकी वित्तीय प्रणाली का शोषण करने से रोकते हैं और प्रासंगिक कानून प्रवर्तन गतिविधियों में सहायता करते हैं।”