अमेरिका और जापान ने शुल्क बाधाओं से सम्बंधित इनिशियल ट्रेड डील को अंतिम स्वरुप दे दिया है। अमेरिका के राष्ट्रिपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसका ऐलान सोमवार को किया था। ट्रम्प ने एक बयान में कहा कि “16 अक्टूबर 2018 मेरे प्रशासन ने कांग्रेस को सूचित किया कि मैं अमेरिका-जापान व्यापार समझौते पर जापान के साथ बातचीत शुरू करने के इच्छुक हूँ।”
उन्होंने कहा कि “सूचना जारी करने और कांग्रेस के साथ सलाह मशविरा के बाद मेरे प्रशासन ने जापान के साथ वार्ता की पेशकश की थी। मैं यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्न हूँ कि मेरे प्रशासन जापान के साथ शुल्क बाधाओं को लेकर समझौते पर पंहुच गया है और आगामी हफ्तों में इस समझौते में शामिल होने के लिए मैं भी उत्सुक है।”
अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि “जापान के डिजिटल ट्रेड के संदर्भ में वह एक कार्यकारी समझौते में प्रवेश करने जा रहे हैं।” 26 अगस्त को रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐलान किया कि दोनों देश एक बड़ी व्यापार डील पर रजामंद हुए हैं।”
उन्होंने यह घोषणा फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर की थी। उन्होंने कहा कि “हम काफी लम्बे अरसे से जापान के साथ समझौते के लिए कार्य कर रहे हैं। यह कृषि, ई कॉमर्स और विभिन्न मसलो के इर्द गिर्द घूमता है। यह एक बेहद बड़ा ट्रांजेक्शन है और हम सिद्धांत पर रजामंद है।”
अमेरिका और चीन के बीच भी कारोबारी विवाद जारी है और दोनों ने एक-दूसरे के उत्पादों पर शुल्क थोपा है। दोनों देशो के बीच व्यापार समझौते के लिए करीबी वार्ता जारी है। ट्रम्प ने इस समझौते से पीछे हटने का आरोप चीन पर लगाया था।