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    जापान उत्तर कोरिया अमेरिका

    उत्तर कोरिया के परमाणु संकट को देखते हुए जापान अपनी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने की तैयारी में जुट गया है। जापान के मंत्रिमंडल ने उत्तर कोरिया मिसाइल व परमाणु संकट का सामना करने के लिए अमेरिका से भू-आधारित दो एजिस अशोर मिसाइल इंटरसेप्टर प्रणाली को अमेरिका से खरीदने की मंजूरी दी है।

    जापान इस मिसाइलों की खरीद अमेरिका से करके अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ावा देना चाहता है। उत्तर कोरिया मिसाइलों के गंभीर और आसन्न खतरों को देखते हुए जापान मिसाइल प्रणाली को अधिक सुरक्षित व मजबूत बनाना चाहता है।

    जापान के मंत्रिमंडल ने अपने बयान में कहा है कि उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार किया जा रहा परमाणु व मिसाइलों के परीक्षण से जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा को अधिक खतरा उत्पन्न हो चुका है। इसलिए हमें जापान की स्थायी रूप से सुरक्षा करने के लिए बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा क्षमता में तेजी से सुधार करने की जरूरत है।

    गौरतलब है कि कुछ समय पहले उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल का परीक्षण किया था जो कि जापान के ऊपर से होकर समुद्री क्षेत्र में गिर गया था। अगर जापान के भीड़-भाड़ वाले इलाके या लोगों के ऊपर ये मिसाइल गिरती तो काफी नुकसान हो सकता था। तब से ही जापान, उत्तर कोरिया के किसी भी मिसाइल हमले को लेकर आशंकित नजर आ रहा है।

    46 अरब डॉलर से जापान करेगा सुरक्षा

    जापान के रक्षा मंत्री इटुन्नी ओनोडेरा ने कहा कि जापान तेजी से अपनी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली में सुधार कर रहा है। जिससे उत्तर कोरिया संकट का सामना आसानी से किया जा सकेगा।

    हाल ही में जापान सरकार ने उत्तर कोरिया संकट के खिलाफ खुद को सुरक्षित रखने के लिए 46 अरब डॉलर के रक्षा बजट की योजना बनाई है।

    इस राशि का उपयोग जापान सरकार उत्तर कोरिया के खिलाफ अपनी मिसाइल प्रणालियों व सुरक्षा नीति को मजबूत करने के लिए करेगी। टोक्यो में रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 2018 रक्षा बजट के बारे में आधिकारिक चर्चा से इंकार किया है।

    एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी जापान में दो एजिस अशोर की तैनाती के लिए करीब 1.8 अरब डॉलर खर्च हो सकते है। हालांकि ये सिस्टम पूरे देश को कवर करने में सक्षम होगा और 2023 तक इसके संचालन की उम्मीद है। उत्तर कोरिया संकट के खिलाफ अपनी जापन अपन देश की रक्षा के लिए इन मिसाइलों की खरीद अमेरिका से करेगा।

    शिंजो आबे के सत्ता में आने के बाद हल साल रक्षा बजट में हुई बढ़ोतरी

    जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे साल 2012 के अंत में सत्ता में आए थे। जब से शिंजो आबे प्रधानमंत्री बने है तब से ही जापान के रक्षा बजट में हर साल बढ़ोतरी देखी गई है। चीन के साथ क्षेत्रीय विवादों में निरंतर तनाव के कारण व उत्तर कोरियाई परमाणु हमले के मद्देनजर जापान अपने रक्षा बजट को बढ़ा रहा है ताकि इससे जापान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

    जापान के कई अखबारों व मीडिया रिपोर्टों का कहना है कि उत्तर कोरिया खतरे का सबसे ज्यादा डर जापान को है। एक तरफ जहां पर उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों व मिसाइल प्रणालियों का विकास कर रहा है वहीं जापान भी अपनी सुरक्षा में वृद्धि के प्रयास कर रहा है।

    जापान अपने रक्षा बजट का उपयोग अमेरिकी मिसाइल व अत्याधुनिक हथियारों की खरीद व जापानी सेना को मजबूत उपकरण पहुंचाने पर खर्च किया जाएगा।