अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने मंगलवार को योजना बनायीं कि वह दोनों अगले सप्ताह जापान के ओसाका में आयोजित जी 20 के सम्मेलन में मुलाकात करेंगे। विश्व को दो महाशक्तियों के बीच बढ़ती व्यापार जंग में संघर्षविराम की उम्मीदे बढ़ गयी है।
ट्रम्प ने कहा कि “नेताओं के बीच अच्छी बातचीत हुई थी जबकि शी जिनपिंग ने कहा कि देशों को कारोबारी जंग पर बातचीत से काफी हासिल करने की जरुरत है। हाल ही में विश्व को महाशक्तियों के बीच हालात काफी बिगड़ते जा रहे थे। दोनों मुल्क एक-दूसरे पर प्रतिबंधों की चपत लगा रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीटर पर कहा कि “चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ काफी अच्छी बातचीत हुई थी। हम जापान में आयोजित जी 20 के सम्मेलन में अगले हफ्ते मुलाकात करेंगे। हमारी सम्मानीय टीम हमारी बातचीत से पूर्व वार्ता शुरू कर देंगी।”
चीनी स्टेट ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी के मुताबिक, शी ने ट्रम्प से कहा कि “हालिया वक्त में चीन और अमेरिका ने कई चुनौतियों को मात दी है। चीन और अमेरिका दोनों को सहयोग से फायदा होगा और संघर्ष से नुकसान होगा।
व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक, दोनों देशों के प्रमुखों ने महत्वपूर्ण चर्चा की जिसमे अमेरिकी किसान, कर्मचारी और निष्पक्ष व पारस्परिक आर्थिक सम्बन्ध के जरिये कारोबार के बाबत बातचीत की थी। बीते महीने दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते खारिज हो गया था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने मौजूदा शुल्क में इजाफा कर दिया और चीनी दिग्गज कंपनी हुआवेई पर कार्यवाही की थी। ट्रम्प के आर्थिक सलाहकार लार्री कुडलो ने आगाह किया कि ओसाका में किसी समझौते की कोई गारंटी नहीं है। हमारी स्थिति वही रहेगी कि हम ढांचागत बदलाव चाहते हैं। उनके बीच अच्छी बातचीत हुई थी। दोनों नेताओं की मुलाकात एक अच्छा संकेत है।”
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीन पर अत्यधिक शुल्क या 300 अरब डॉलर के उत्पादों पर टैरिफ थोपने पर वैश्विक बाजार चिंतित है। इससे चीन की आर्थिक वृद्धि धीमी है और यह वैश्विक बाजार को भी प्रभावित कर रहा है। ट्रम्प ने बीते हफ्ते शुल्क को बढ़ाने की धमकी दी थी।
अमेरिका ने पहले ही चीन के 250 अरब डॉलर के आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगा रखा है। व्यापार के आलावा अमेरिका और चीन उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु आर्सेनल को त्यागने पर अमेरिका के प्रयासों पर चर्चा कर सकते हैं।ओसाका में जी 20 में नेताओं की मुलाकात से पूर्व चीनी राष्ट्रपति उत्तर कोरिया की पहली यात्रा करेंगे।