रूस के उपप्रधानमंत्री मैक्सिम अकीमोव ने शुक्रवार को कहा कि “अमेरिका और चीन का व्यापार युद्ध रुसी अर्थव्यवस्था के लिए दिक्कत उत्पन्न कर सकता है और यह वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करेगा। अमेरिका और चीन की व्यापार जंग वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर को प्रभावित करेगी और हम उस पर बेहद निर्भर है क्योंकि अगर चीनी अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी होगी तो हाइड्रोकार्बन और अन्य उत्पादो की मांग कम हो जाएगी और यह रुसी निर्यात पर बुरा असर डालेगी।”
स्पूतनिक के मुताबिक अकीमोव ने कहा कि “हुआवेई तकनीकी जंग का एक भाग है और यह वांशिगटन व बीजिंग के बीच जारी व्यापार जंग से अलग है।” महीनो से जारी अमेरिका और चीन के बीच में व्यापार वार्ता हाल ही में रद्द हो गयी थी। दोनों देशों के बेच जारी वार्ता में अमेरिका ने 200 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था।
इसके प्रतिकार में चीन ने कहा कि “वह 60 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क में वृद्धि करेगा जो 1 जून से लागू होगा। अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने हुआवेई को आधिकारिक तौर पर अमेरिकी हितो को नजरअंदाज करने वालो कंपनियों की सूची में शामिल कर दिया है।
अमेरिका ने कई बार सार्वजनिक तौर पर अपने सहयोगी देशों को हुआवेई के उत्पादों को इस्तेमाल न करने की हिदायत दी है। उनकी चिंता है कि हुआवेई के उत्पादों का इस्तेमाल चीनी सरकार निजी जानकारी जुटाने के लिए इस्तेमाल करती है।
हुआवेई टैक्नोलॉजीज कंपनी लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकम्युनिकेशंस निर्माता कंपनी है और चीन की प्रमुख उद्यमी है। बीजिंग ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है।
हुआवेई के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रेन झेंगफेई की बेटी मेंग को एक दिसंबर को हांगकांग से मेक्सिको जाते समय वेंकूवर में हिरासत में ले लिया गया था। मेंग की गिरफ्तारी के बाद चीन में कई कनाडाई लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।