चीन ने सोमवार को अमेरिका में अध्यन्न के बाबत छात्रों और शिक्षाविदों को चेतावनी जारी की थी। उन्होंने वीजा की समयावधि की सीमाओं और वीजा के इंकार की तरफ इशारा किया है। दोनों देशों के बीच व्यापार और अन्य तनावों के कारण सम्बन्ध बिगड़े हुए हैं।
चीन और अमेरिका के बीच सम्बन्ध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं और इसका कारण व्यापार संघर्ष, चीनी टेक कंपनी हुआवेई टेक्नोलॉजीज कंपनी लिमिटेड पर अमेरिकी प्रतिबन्ध और विवादित दक्षिणी चीनी सागर और चीनी दावे वाला ताइवान है।
शिक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि “हाल ही में शिक्षा के लिए अमेरिका जाने की चाह रखने छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है क्योंकि कई छात्रों की वीजा समयावधि और वीजा आवेदनों के इंकार के कारण परेशानी हुई है। उन्होंने कहा कि “इसने शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले चीनी छात्रों को प्रभावित किया है या सुगमता से अपनी पढ़ाई पूरी करने में बाधा पंहुचाई है।”
शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों और शिक्षाविदों को विदेश जाने से पूर्व जोखिमों का मूल्याङ्कन करने की जरुरत के बाबत याद दिलाया है। मंत्रालय की प्रवक्ता के हवाले से राज्य टीवी ने कहा कि “व्यापार तनाव के बावजूद चीनी छात्रों के लिए अमेरिका जाना स्थिर रहा है और उच्च शिक्षा के अमेरिकी संस्थानों में चीनी छात्रों का स्वागत है और चीन के साथ सहयोग का इस्तकबाल है।”
प्रति वर्ष 360000 चीनी नागरिक शिक्षा के लिए अमेरिका की यात्रा पर जाते हैं और इससे 14 अरब डॉलर की आर्थिक गतिविधि होती है। यह शीर्षक चीन की माइक्रोब्लॉगिंग साइट में ट्रेंडिंग टॉपिक बन चुका है। कुछ लोग अमेरिका में जाने के लिए चिंता व्यक्त करते हैं और अन्य कहते हैं कि वह बस अन्य देशों में जाना चाहेंगे।”
बीते वर्ष वांशिगटन में स्थित चीनी दूतावास ने अमेरिका जाने वाले चीनी नागरिकों को सुरक्षा एडवाइजरी जारी किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथी रिपब्लिकन के एक समूह ने कांग्रेस में बीते माह एक प्रावधान पेश किया था जिसमे चीनी सेना द्वारा प्रायोजित छात्रों और शिक्षाविदों को अमेरिका का वीजा देने पर पाबन्दी लगा दी थी।
कुछ अमेरिकी अधिकारीयों ने चीनी नागरिकों द्वारा बौद्धिक संपत्ति के चोरी होने की सम्भावना के प्रति चिंता व्यक्त की थी। कई अमेरिकी और यूनिवर्सिटी के अधिकारीयों ने प्रतिक्रिया के बाबत चेतावनी दी थी। उनके मुताबिक, अमेरिकी संस्थानों में चीनी शिक्षाविदों और छात्रों के महत्वपूर्ण भूमिका की बेहद महत्वता है जबकि वह सुरक्षा जोखिमों से सचेत है।