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    गूगल सुंदर पिचाई

    अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के पूर्व सलाहकार स्टेफेन बैनोन की वेबसाइट ब्रिटब्रार्ट द्वारा लीक विडियो से गूगल पर मुसीबतों के बादल छा गये हैं।

    एक घंटे की यह विडियो गूगल के कर्मचारियों की निजी बैठक की है। इस बैठक में गूगल के सीईओ सुन्दर पीचाई और मूल कंपनी अल्फाबेट के अध्यक्ष सर्जेई ब्रिन पूरे स्टाफ को डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव जीतने के बाद आने वाली परेशानियों से उभरने के लिए सांत्वना देते दिखाई दे रहे हैं।

    इसमें वह H-1 वीजा नीति पर विचार विमर्श करते दिख रहे हैं। इस विडियो के लीक होते ही अमेरिकन मीडिया में सनसनी मच गयी है।

    ट्रम्प समर्थकों ने साधा गूगल पर निशाना

    ट्रम्प कंपनी ने एक बार फिर तकनीकी कंपनी गूगल पर निशाना साधा हैं कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी की विचारधारा के विरोधी हैं और उनका राजनीति में एक पक्ष की तरफ झुकाव हैं।

    इससे पूर्व ट्रम्प ट्विटर और फेसबुक पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के प्रचार करने का आरोप लगा चुके हैं। साथ ही राष्ट्रपति ट्रम्प अमेरिकन मीडिया पर भी देशद्रोह के आरोप मढ चुके हैं। अमेरिकन राष्ट्रपति के समर्थकों ने गूगल की आलोचना करते हुए जांच की मांग की है।

    गूगल ने किया बैठक का बचाव

    गूगल की प्रवक्ता रीवा सीयूटो ने बयान जारी कर कहा कि विगत 20 वर्षों से गूगल के कर्मचारी अपने विचारों को मीटिंग में रखने के लिए स्वतंत्र हैं।

    इस विडियो में ऐसा कुछ नहीं दिखाया गया है की जिससे यह साबित हो सके कि गूगल कोई राजनीतिक पक्ष रखता है हमारे आँचल पर पक्षपाती होने का दाग न लगाया जाएँ।

    हालांकि इस लीक विडियो में प्रदर्शित डेमोक्रेटिक पार्टी की पक्ष में कही बातों का ट्रम्प समर्थकों ने जिक्र नहीं किया है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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