खाड़ी क्षेत्र में तनाव चरम पर पंहुच गया है और सभी देश आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलने में मग्न है। अमेरिका इस सप्ताह चर्चा करेगा कि मध्य पूर्व में अतिरिक्त सैन्य बल को भेजा जाए या नहीं। बीते हफ्ते ओमान की खाड़ी में दो टैंकरों पर हमला किया गया था।
खाड़ी में तनाव चरम पर
इस चर्चा के जानकार दो अधिकारीयों ने बताया कि “यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति को इसके बाबत बताया गया है नहीं और कब इस चर्चा को आगे बढ़ाया जायेगा।” कार्यकारी रक्षा सचिव पैट्रिक शहयान ने संकेत दिए कि यह चर्चा इस हफ्ते शुक्रवार को हो सकती है।
उन्होंने कहा कि “जब आप हालातो की तरफ देखते हैं, एक नॉर्वे का जहाज, जापानी जहाज, सऊदी अरब, यूएई और विश्व का 15 फीसद तेल निर्यात होर्मुज के जलमार्ग से ही होता है। इसलिए हमें एक योजना बनाने की जरुरत है याकि बिगड़ते हुए हालातो को संभाला जा सके लेकिन हमे अंतरराष्ट्रीय स्थिति के लिए सहयोग में विस्तार करने की जरुरत है।”
क्षेत्र में सेना बढ़ाने पर चर्चा
अधिकारीयों के मुताबिक, यह चर्चा बिगड़ते हुए मिशन के केंद्र में हैं और ईरान की आक्रमकता से बचाव करेगी और इस मिशन को सँभालने के लिए विशिष्ट सेना की आवश्यकता है। अतिरिक्त क्षमता जैसे पेट्रियट मिसाइल बैटरी, लड़ाकू विमान और जहाज स्थिति को सँभालने में योगदान देंगे और ईरान की मिसाइल फायरिंग से बचाव करेंगे।
बीते माह अमेरिकी सेंट्रल कमांड फाॅर्स ने खाड़ी क्षेत्र में सेना को भेजा था। न्यूयॉर्क टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को आला राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे और टैंकर हमले व एक प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। पेंटागन खाड़ी क्षेत्र में अधिक सैन्य बल भेजने पर विचार कर रहा है।